नौवहन उपग्रह के प्रक्षेपण की शुरू हुई उलटी गिनती
भारत के नौवहन उपग्रह आइआरएनएसएस 1सी के प्रक्षेपण के लिए 67 घंटों की उलटी गिनती श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र में शुरू हो गई है। यह अमेरिकी ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जीपीएस) की तर्ज पर सात उपग्रहों की श्रृंखला में तीसरा है। इसे 16 अक्टूबर को पीएसएलवी सी 26 से प्रक्षेपित किया जाएगा।
चेन्नई। भारत के नौवहन उपग्रह आइआरएनएसएस 1सी के प्रक्षेपण के लिए 67 घंटों की उलटी गिनती श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र में शुरू हो गई है। यह अमेरिकी ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जीपीएस) की तर्ज पर सात उपग्रहों की श्रृंखला में तीसरा है। इसे 16 अक्टूबर को पीएसएलवी सी 26 से प्रक्षेपित किया जाएगा।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने बताया कि प्रक्षेपण प्राधिकरण बोर्ड (एलएबी) से रविवार को मंजूरी मिलने के बाद निर्धारित कार्यक्रम के तहत सोमवार सुबह 6.32 बजे उलटी गिनती शुरू हो गई। उपग्रह का प्रक्षेपण भारतीय समयानुसार 16 अक्टूबर को तड़के 1.32 बजे निर्धारित है। इसके पहले यह दस अक्टूबर को प्रक्षेपित किया जाना था लेकिन कुछ तकनीकी खामियों के चलते इसे स्थगित कर दिया गया था। प्रक्षेपण के समय 1,425 किलो वजन वाले आइआरएनएसएस 1सी को जीओसिंक्रोनस ट्रांसफर आर्बिट (सब जीटीओ) में स्थापित किया जाएगा। अमेरिका के जीपीएस की तरह भारतीय क्षेत्रीय नौवहन उपग्रह प्रणाली (आइआरएनएसएस) स्थापित करने के लिए इसरो की सात उपग्रह भेजने की योजना है। इस श्रृंखला के दो उपग्रह आइआरएनएसएस 1ए को एक जुलाई 2013 और आइआरएनएसएस 1बी को इस साल चार अप्रैल को प्रक्षेपित किया गया। इसरो के अधिकारियों ने बताया कि आइआरएनएसएस प्रणाली को शुरू करने के लिए सात उपग्रहों में से कम से कम चार को प्रक्षेपित करने की जरूरत है।