Move to Jagran APP

सऊदी अरब में फंसे 10 हजार भारतीयों में मुहैया कराया गया खाना

सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर कहा कि सऊदी अरब और कुवैत में रह रहे हजारों भारतीयों की नौकरियां चली गई हैं।

By Atul GuptaEdited By: Published: Sun, 31 Jul 2016 11:32 AM (IST)Updated: Sun, 31 Jul 2016 12:03 PM (IST)
सऊदी अरब में फंसे 10 हजार भारतीयों में मुहैया कराया गया खाना

नई दिल्ली। सउदी अरब में फंसे करीब 10 हजार भारतीयों को सउदी अरब में मौजूद भारतीय दूतावास ने खाना मुहैया कराया है। भारतीय दूतावास ने ट्वीट कर बताया कि जेद्दाह में करीब 10 हजार भारतीयों को आज सुबह करीब पौने तीन बजे खाना बांटा गया है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भी आज ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी।

loksabha election banner
सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर कहा कि सऊदी अरब और कुवैत में रह रहे हजारों भारतीयों की नौकरियां चली गई हैं। कई फैक्ट्री मालिकों ने फैक्ट्री बंद होने के बाद वहां काम करने वाले लोगों की तनख्वाह भी नहीं दी है जिसकी वजह से हमारे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

पहले खबर थी कि करीब 800 भारतीय ऐसे हैं जिन्हें खाना भी नहीं मिल रहा लेकिन बाद में सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर बताया कि इनकी संख्या करीब 10 हजार है। सुषमा स्वराज ने ट्विटर के जरिए सऊदी अरब में रह रहे करीब 30 लाख भारतीयों से वहां फंसे भारतीयों की मदद की भी अपील की।

सऊदी अरब स्थित भारतीय दूतावास ने ट्वीट कर बताया कि यहां फंसे भारतीयों के लिए पांच कैंप लगाए गए हैं। जोकि शुमिएसी, सिसटन/मैकरोना, सोजेक्स, हाईवे, और तैफ में हैं। यहां लोगों के लिए खाने पीने का सामान मुहैया कराया जा रहा है। भारतीय दूतावास ने ये भी बताया कि सऊदी अरब में रह रहे भारतीयों की मदद से खाने का सामान लोगों में बांटा जा रहा है।

शनिवार को विदेश मंत्री ने ट्वीट कर ये भी कहा था कि केंद्र सराकर सऊदी अरब में फंसे भारतीयों की मदद में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।

पढ़ें- सऊदी अरब में फंसे दस हजार भारतीयों की मदद को आगे आयींं सुषमा स्वराज


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.