Move to Jagran APP

ममता पहले एक जिम्मेदार सीएम तो बनें:कांग्रेस

तृणमूल कांग्रेस प्रमुख और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के दिल्ली चलो नारे का मजाक बनाते हुए कांग्रेस ने शुक्रवार को कहा कि उन्हें पहले मुख्यमंत्री के रूप में अपना दायित्व पूरा करना सीखना चाहिए, उसके बाद ही उन्हें प्रधानमंत्री का सपना देखना चाहिए। कांग्रेस सांसद और केंद्रीय मंत्री दीपा दासमुंशी ने कहा कि वह हमेशा ही प्र

By Edited By: Published: Sat, 01 Feb 2014 05:49 AM (IST)Updated: Sat, 01 Feb 2014 07:25 AM (IST)

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। तृणमूल कांग्रेस प्रमुख और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के दिल्ली चलो नारे का मजाक बनाते हुए कांग्रेस ने शुक्रवार को कहा कि उन्हें पहले मुख्यमंत्री के रूप में अपना दायित्व पूरा करना सीखना चाहिए, उसके बाद ही उन्हें प्रधानमंत्री का सपना देखना चाहिए।

loksabha election banner

कांग्रेस सांसद और केंद्रीय मंत्री दीपा दासमुंशी ने कहा कि वह हमेशा ही प्रधानमंत्री बनने का सपना देखती रहती हैं। कोई भी ऐसा सपना देख सकता है। लेकिन प्रधानमंत्री बनने का सपना देखने से पहले उन्हें बतौर मुख्यमंत्री अपना दायित्व पूरा करना सीखना चाहिए। राज्य सरकार महिलाओं और आम आदमी को सुरक्षा प्रदान करने में विफल रही है।

पढ़ें: तीन माह बाद मिल सकता है बंगाल को नया नाम

अपने निर्वाचन क्षेत्र रायगंज में एम्स की मांग को लेकर कांग्रेस की भूख हड़ताल के अवसर पर दीपा ने कहा कि प्रधानमंत्री बनने का सपना एक तरफ रख दिया जाना चाहिए और महिलाओं को सुरक्षा देने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए। महिलाओं के खिलाफ बलात्कार और उत्पीड़न रोजमर्रा की चीजें बन गयी हैं।

राजशाही खत्म करने संबंधी ममता के बयान पर कांग्रेस नेता शकील अहमद ने कहा कि उनका इतिहास का ज्ञान बहुत कमजोर है क्योंकि राजशाही तो 1947 में ब्रिटिश शासन के खात्मे के साथ ही समाप्त हो गई। उन्होंने कहा, वह किस राजशाही की बात कर रही हैं। भारत में लोकतांत्रिक शासन है। लेकिन यदि इस लोकतांत्रिक शासन में यदि कोई राजशाही और तानाशाही लाने का प्रयास कर रही है तो वह ममता बनर्जी की सरकार है। भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी को लेकर अहमद ने कहा कि ममता बनर्जी प्रधानमंत्री बनने का सपना देख रही हैं। वह नरेंद्र मोदी के विषय पर स्पष्ट रूख के साथ सामने नहीं आई हैं। नरेंद्र मोदी और राजनाथ सिंह उनकी प्रशंसा कर चुके हैं, सभी लोग इसका मतलब समझते हैं। गुरुवार को कोलकाता में ब्रिगेड रैली में लोकसभा चुनाव के लिए अपनी पार्टी का अभियान शुरू करते हुए ममता ने कहा था, हम केंद्र में न तो वंशवादी शासन चाहते हैं और न ही दंगाइयों की सरकार के पक्ष में हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सोमेन मित्रा सहित दर्जनों नेता व पार्टी कार्यकर्ता धरना पर बैठे रहे। ममता के दिल्ली चलो नारा देने के बाद कांग्रेस आक्रामक आंदोलन पर आमादा हो गयी है।

मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.