जानिए, किसने कहा कांग्रेस को कॉस्मेटिक नहीं, कॉर्डिएक सर्जरी की जरूरत
चार राज्यों के विधानसभा चुनाव में करारी शिकस्त के बाद कांग्रेस पार्टी के नेता संगठन के अंदर बड़े सुधार की मांग कर रहे हैं।
नई दिल्ली। विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस नेता एक दूसरे पर तीखे हमले कर रहे हैं। दिग्विजय सिंह के मेजर सर्जरी वाले बयाना हंगामा बरपा हुआ है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सत्यव्रत चतुर्वेदी ने कहा कि पार्टी को कॉस्मेटिक सर्जरी की नहीं बल्कि कॉर्डिएक सर्जरी की जरूरत है। उन्होंने इशारों इशारों में दिग्विजय सिंह पर हमला करते हुए कहा कि जो लोग सर्जरी का बात कर रहे हैं उन्हें अपने गिरेबां में झांक कर देखना चाहिए कि पार्टी की हालत ऐसी क्यों हो गयी।
कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह के पार्टी में बड़ी सर्जरी वाले दिए गए बयान के बाद विधानसभा चुनाव नतीजों को देखते हुए कांग्रेस के और नेता सामने आकर पार्टी और संगठन में सुधार की मांग कर रहे हैं।
हालांकि, पूर्व केन्द्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वी.किशोर चंद्र देव का कहना है कि पार्टी के 15-20 नेताओं को अनिवार्य रूप से छुट्टी पर कुछ सालों के लिए भेज दिया जाना चाहिए। ये जरूरी हो गया है क्योंकि वो संगठन में रहकर कुर्सी का आनंद ले रहे हैं। वो चाहे एआईसीसी, पीसीसी प्रमुख या फिर पार्टी के सत्ता में आने पर केन्द्रीय मंत्री क्यों ना रह चुके हों।
उन्होंने कहा- “वे सभी कांग्रेस नेतृत्व यहां तक की सोनिया गांधी और राहुल गांधी को भटका रहे हैं। अगर नेतृत्व को ही सही जानकारी नहीं मिल पाएगी तो आप किस तरह के नतीजों की उम्मीद कर सकते हैं? ” वी.किशोर चंद्र देव ने कहा कि ऐसे नेताओं की आवश्यक छुट्टी बढ़ाकर कुछ सालों के लिए कर दिया जाना चाहिए।
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उधर, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने भी कहा कि कुछ चेहरे जो हमेशा सलाहकार की भूमिका में रहते हैं उन्हें वहां से अलग कर देना चाहिए। हालांकि, सिंघवी ने दिग्विजय सिंह के बड़ी सर्जरी वाले बयान पर पार्टी नेतृत्व का बचाव भी किया। एनडीटीवी डॉट कॉम की ख़बर के मुताबिक, सिंघवी ने कहा कि राज्य से नए चेहरों को लाया जाना चाहिए। कांग्रेस वर्किंग कमेटी में सुधार किया जाना चाहिए।
सिंघवी ने जो सुझाव दिए वो है- नई कांग्रेस कार्य समिति का गठन, नए महासचिव और चुनाव से पहले उम्मीदवारों के नामों का एलान।
सिंघवी ने भाजपा को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि कांग्रेस एक ऐसा बरगद का पेड़ है जो जाति, धर्म और लिंग के आधार पर किसी के साथ भेदभाव नहीं करती है। सिंघवी का ये बयान इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि दो दिन पहले कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह चार राज्यों के विधानसभा चुनाव में शिकस्त के बाद संगठन में बड़ी सर्जरी की बात कही थी। जिसके बाद पार्टी के मनोबल बढ़ाने को लेकर सोनिया गांधी ने शनिवार को जोर देकर कहा था कि हार स्थायित्व नहीं होती है।