इमरजेंसी पर पीएम मोदी के बयान को लेकर कांग्रेस ने साधा निशाना
पीएम मोदी ने 'मन की बात' में कहा कि केंद्र की एनडीए सरकार ने देश में एक 'अघोषित इमरजेंसी' लागू कर दी थी।
नई दिल्ली, एएनआइ। 42 साल पहले आज ही के दिन देश में इमरजेंसी लगाई गई थी। पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने 'मन की बात' कार्यक्रम में इसका जिक्र करते हुए कहा कि वह काली रात देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था पर बड़ा आघात थी। केंद्र की एनडीए सरकार ने देश में एक 'अघोषित इमरजेंसी' लागू कर दी थी। वहीं इस बयान से तिलमिलाई कांग्रेस पार्टी ने पीएम मोदी पर निशाना साधा है।
एनडीटीवी के मालिक प्रणय रॉय व उनकी पत्नी पर कथित बैंक धोखाधड़ी को लेकर सीबीआई की छापेमारी और जम्मू-कश्मीर में बिगड़ती स्थिती का हवाला देते हुए कांग्रेस नेता टॉम वडक्कन ने कहा कि हम उस इमरजेंसी को भूले नहीं हैं, मगर देश में अब भी इमरजेंसी जैसे ही हालात हैं। मीडिया की आवाज को दबाया जा रहा है, छापेमारी हो रही है, इसे एक अघोषित इमरजेंसी ही कहेंगे।
वडक्कन ने यह भी कहा कि पीएम मोदी आतंरिक व बाह्य सुरक्षा जैसे मुद्दों को उठाने में चूक गए। उन्होंने कहा कि मोदी ने अपने मन की बात में कई मुद्दे उठाए, मगर काश कि सुरक्षा के मुद्दे भी उठाए गए होते।
गौरतलब है कि पीएम मोदी ने 'मन की बात' में इमरजेंसी का जिक्र करते हुए कहा, '25 जून, 1975 की वो काली रात कोई भी भारतवासी भुला नहीं सकता। देश को जेलखाने में बदल दिया गया था। विरोधी स्वर को दबोच दिया गया था। जयप्रकाश नारायण सहित देश के गणमान्य नेताओं को जेलों में बंद कर दिया गया था। न्याय व्यवस्था भी आपाताकाल के उस भयावह रूप की छाया से बच नहीं पाई थी। अखबारों को तो पूरी तरह बेकार कर दिया गया था।' फिलहाल पीएम मोदी अपने अमेरिकी दौरे पर हैं। सोमवार को व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से उनकी मुलाकात होने वाली है।
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