चिदंबरम के बेटे कार्ति के समर्थन में उतरी कांग्रेस, कहा- लिया जा रहा राजनीतिक प्रतिशोध
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी कांग्रेस को बदनाम करने की साजिश रच रही है, लेकिन वो अपनी रणनीति कभी कामयाब नहीं हो पाएंगे।
नई दिल्ली, एएनआइ। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम और कुछ अन्य लोगों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज कर लिया है। इधर कांग्रेस पार्टी भी अब कार्ति के समर्थन उतर आई है। कांग्रेस का कहना है कि कार्ति के खिलाफ जो घेराबंदी हो रही है, इसके पीछे राजनीतिक प्रतिशोध है।
सीबीआइ द्वारा दर्ज भ्रष्टाचार के एक मामले के आधार पर शुक्रवार को कार्ति के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का यह मामला दर्ज किया गया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, 'कार्ति के खिलाफ यह कदम प्रतिशोध स्वरूप बदले की भावना से उठाया गया है, चूंकि चिदंबरम जैसे नेता राजनीति में सक्रिय रूप से शामिल हैं। अगर उनके जैसे नेता को बदनाम किया जाता है, तो पार्टी स्वभाविक रूप से कमजोर हो जाएगी। यही कारण है कि विपक्ष कांग्रेस के नेताओं पर अलग-अलग स्तर पर आरोप लगा रहा है।'
खड़गे ने कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी कांग्रेस को बदनाम करने की साजिश रच रही है, लेकिन वो अपनी रणनीति कभी कामयाब नहीं हो पाएंगे। विपक्षियों की ऐसी साजिश से कांग्रेस पार्टी कमजोर नहीं, बल्कि और मजबूत होगी। उन्होंने कहा, 'अगर किसी ने वास्तव में अपराध किया है तो उसके लिए कानून है, सरकार पर उन्हें अदालत तक पहुंचने का अधिकार है। लेकिन चुन-चुन कर लोगों पर हमला करने के लिए सीबीआई का इस्तेमाल सही नहीं है।'
गौरतलब है कि ईडी के सूत्रों ने कार्ति के अलावा आइएनएक्स मीडिया और इसके निदेशकों पीटर और इंद्राणी मुखर्जी के खिलाफ भी प्रवर्तन केस सूचना रिपोर्ट दर्ज की है। यह पुलिस एफआईआर के बराबर है। अधिकारियों ने बताया कि प्रवर्तन निदेशालय ने ही सीबीआइ को आइएनएक्स मीडिया द्वारा गैरकानूनी भुगतान किए जाने की जानकारी दी थी। इसके बाद सीबीआई ने एफआइआर दर्ज की। अब निदेशालय इस बात की जांच करेगा कि किस तरह से अपराध को अंजाम दिया गया और संभवतः आरोपियों की संपत्ति भी जब्त की जा सकती है।
सीबीआई ने मंगलवार को आइएनएक्स मीडिया से कथित रूप से कथित तौर पर रिश्वत लेने के आरोप में चार शहरों में कार्ति के आवास और दफ्तरों पर छापेमारी की थी। जांच एजेंसी ने उन पर आपराधिक साजिश रचने, धोखाधड़ी, अवैध तरीके से फायदा उठाने, सरकारी अधिकारी को प्रभावित करने और आपराधिक आचरण का आरोप लगाया है। कार्ति पर अपने पिता के केंद्रीय वित्त मंत्री रहते आइएनएक्स मीडिया (अब 9 एक्स मीडिया) को एक टैक्स जांच से बचाने के लिए रिश्वत लेने का आरोप लगाया गया है।
सीबीआई ने 10 लाख रुपये का वाउचर भी बरामद किया, जो कथित रूप से इस काम के बदले उन्हें दिया गया था। सीबीआइ द्वारा मामला दर्ज करने के दो दिनों बाद कार्ति लंदन रवाना हो गए। उनके पिता ने सरकार पर सीबीआइ और अन्य एजेंसियों के जरिये अपने बेटे को परेशान करने का आरोप लगाया है। उल्लेखनीय है कि आइएनएक्स मीडिया का संचालन पीटर मुखर्जी और उनकी पत्नी इंद्राणी मुखर्जी कर रहे थे। फिलहाल दोनों अपनी बेटी शीना बोरा की हत्या के आरोप में जेल में बंद हैं।
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