टार्गेट पूरा न होने पर कंपनी ने कर्मचारियों को सड़क पर रेंगने को किया मजबूर
प्रायवेट कंपनियों में जॉब करना आसान काम नहीं है। आमतौर पर लोगों को अपने टार्गेट पूरे करने की चिंता करते देखा जा सकता है। जब किसी का टार्गेट पूरा नहीं होता तो बॉस की डांट के अलावा बेइज्जती मिलती है और कई बार तो नौकरी से भी हाथ धोना पड़ता
झेंझोऊ (बीजिंग)। प्रायवेट कंपनियों में जॉब करना आसान काम नहीं है। आमतौर पर लोगों को अपने टार्गेट पूरे करने की चिंता करते देखा जा सकता है। जब किसी का टार्गेट पूरा नहीं होता तो बॉस की डांट के अलावा बेइज्जती मिलती है और कई बार तो नौकरी से भी हाथ धोना पड़ता है।
लेकिन चीन में एक कंपनी ने सारी हदें तोड़ते हुए अपने कर्मचारियों को दुनिया के सामने बेइज्जत कर दिया। मध्य चीन के झेंझोऊ शहर में एक कंपनी ने टार्गेट पूरा नहीं करने पर अपने कर्मचारियों को सड़कों पर रेंगने को मजबूर कर दिया।
खबर के अनुसार घटना इसी महीने की शुरुआत की है। घटना चीन के राष्ट्रीय अवकाश वाले सप्ताह के मध्य हुई जब ज्यादातर लोग छुट्टियां मनाने बाहर गए हुए थे। टार्गेट पूरा नहीं करने पर सजा के तौर पर बॉस ने सभी कर्मचारियों को जिनमें महिलाएं भी शामिल थी, उन्हें 23 एकड़ में फैले तालाब के किनारे लकड़ी के बने रास्ते पर घुटनों के बल चक्कर लगाने की सजा दे डाली।
घुटनों से निकला खून
मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक शहर में रूई लेक के सामने सेल्स टीम के कर्मचारी घुटनों के बल चलते देखे गए। चश्मदीदों ने बताया कि तकरीबन सभी कर्मचारियों की शर्ट और पैंट इस तरह चलने में फट गई थी। इनमें से कई लोगों के घुटनों से तो खून भी निकल रहा था।
निगरानी भी कराई
कंपनी ने ना सिर्फ कर्मचारियों को सजा दी बलिक एक स्टाफ मेंबर को यह देखने के लिए भी लेक पर भेजा गया था कि कर्मचारी अपनी सजा पूरी कर रहे हैं या नहीं। चीन में सोशल मीडिया पर ये फोटो शेयर किए जाने के बाद यूजर्स ने जबरदस्त गुस्सा जाहिर किया है। कुछ यूजर्स ने इस सजा को स्टाफ का अपमान बताया। वहीं, कुछ यूजर्स सजा के इस तरीके पर सवाल उठा रहे हैं।
पहली घटना नहीं
हालांकि, चीन में इस तरह का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले साल की शुरुआत में ही फुजियान प्रांत में एक कंपनी ने अपने स्टाफ को सूट पहनकर आने पर एक घंटे तक घुटनों के बल पुल पर बैठा दिया था।