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दुष्कर्म के बाद मैनपुरी के आलीपुर खेड़ा में सांप्रदायिक बवाल

सूबे के वीआइपी जिले का आलीपुर खेड़ा कस्बा रविवार को सांप्रदायिक बवाल की आग में झुलस गया। विवाहिता को दुकान में बंधक बनाकर दुष्कर्म की घटना को लेकर लोग बेकाबू हो गए। युवती को मुक्त कराने के बाद ग्रामीणों ने दूसरे समुदाय के आरोपी युवक को पेड़ से बांधकर बुरी तरह पीटा। इसके बाद जम

By Edited By: Published: Sun, 24 Aug 2014 09:38 PM (IST)Updated: Mon, 25 Aug 2014 09:25 AM (IST)
दुष्कर्म के बाद मैनपुरी के आलीपुर खेड़ा में सांप्रदायिक बवाल

जागरण संवाददाता [मैनपुरी]। सूबे के वीआइपी जिले का आलीपुर खेड़ा कस्बा रविवार को सांप्रदायिक बवाल की आग में झुलस गया। विवाहिता को दुकान में बंधक बनाकर दुष्कर्म की घटना को लेकर लोग बेकाबू हो गए। युवती को मुक्त कराने के बाद ग्रामीणों ने दूसरे समुदाय के आरोपी युवक को पेड़ से बांधकर बुरी तरह पीटा। इसके बाद जमकर आगजनी और पथराव हुआ, जिसमें सीओ सहित कई अधिकारी घायल हो गए। सात खोखे फूंक दिए गए।

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आक्रोशित भीड़ ने एसडीएम की गाड़ी तोड़ दी। हालात बेकाबू होते देख पुलिस ने हवाई फायरिंग कर उपद्रवियों को खदेड़ा। लगभग चार घंटे तक चले बवाल के बाद कस्बे में तनाव कायम है।

भोगांव थाना क्षेत्र के कस्बा आलीपुर खेड़ा के गढि़या चौराहे के पास मोबाइल की दुकान है। रविवार दोपहर करीब 12 बजे बिछवां क्षेत्र के गांव दुधौना निवासी विवाहिता सहेली के साथ आलीपुर खेड़ा बाजार जा रही थी। आरोप है कि आलीपुर खेड़ा निवासी तसलीम उर्फ बंटू ने विवाहिता को तमंचे के बल पर दुकान के अंदर खींच लिया और शटर गिराकर दुष्कर्म किया।

साथ आई युवती ने शोर मचाया, तो आसपास के ग्रामीण दौड़कर भागे। शटर खोला गया, तो लड़की बदहवास हालत में निकलकर भागने लगी। तसलीम मौके से भागा, तो भीड़ ने दबोच लिया और पेड़ से बांधकर जमकर पीटा।

देखते ही देखते बाजार में सन्नाटा पसर गया। सूचना पर सीओ भोगांव रामानंद कुशवाहा पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने युवक को बचाने का प्रयास किया, तो उसे भीड़ के गुस्से का शिकार होना पड़ा। आनन-फानन में कई थानों के फोर्स के साथ पीएसी पहुंच गई और किसी प्रकार युवक को भीड़ से मुक्त कराया। इससे भीड़ और आक्रोशित हो गई। नाराज लोगों ने गढि़या चौराहे के पास पांच खोखों में आग लगा दी। पुलिस ने किसी तरह हालात नियंत्रित किए, तो कस्बे में नाका चौराहे की ओर भीड़ ने बवाल शुरू कर दिया। यहां रखे दो खोखों में आग लगा दी गई। इस पर पुलिस ने उपद्रवियों पर जमकर लाठी चार्ज किया।

इसी बीच कस्बे के बीच स्थित मैदान में भीड़ जुटने की सूचना मिली। यह मिश्रित आबादी वाला इलाका है। लिहाजा, सीओ और एसडीएम भोगांव विमल अग्रवाल भी वहां पहुंच गए। भीड़ को समझाने की कोशिश की तो पचास से ज्यादा महिलाएं हाथों में लाठी-डंडे लेकर आ गई और अधिकारियों से गाली-गलौज शुरू कर दी। महिलाओं का गुस्सा देख पुरुष भी आक्रोशित हो गए और पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया।

एसडीएम के वाहन में भी जमकर तोड़फोड़ की। पथराव में सीओ भोगांव समेत कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। भीड़ के घेरे में फंसे अधिकारियों की जान बचाने के लिए पुलिस ने फायरिंग कर दी। भीड़ तितर-बितर हुई तो पुलिस व अधिकारी जान बचाकर भागे। थोड़ी देर बाद फोर्स लेकर पहुंचे और भीड़ को खदेड़ दिया। शाम करीब चार बजे हालात पर काबू किया गया।

जिलाधिकारी गोविंद राजू एनएस, पुलिस अधीक्षक श्रीकांत सिंह भी मौके पर पहुंच गए और कस्बे में फ्लैग मार्च कराया। देर शाम पीड़िता के पिता की तहरीर पर दुष्कर्म का मामला दर्ज किया जा रहा है। पुलिस उपद्रवियों को चिह्नित कर कार्रवाई की तैयारी कर रही है।


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