वाह! कान में कहा कुछ ऐसा कि इस खिलाड़ी ने रच डाला इतिहास
फीफा विश्व कप 2014 के रोमांचक फाइनल में अर्जेटीना और जर्मनी की टीमें तकरीबन 113 मिनट तक भिड़तीं रही और तब बड़ी मुश्किल में मैच का पहला गोल देखने को मिला। यही गोल निर्णायक साबित हुआ और जर्मनी तीसरी बार विश्व चैंपियन बनने का गौरव हासिल कर सकी।
रियो डी जेनेरो। फीफा विश्व कप 2014 के रोमांचक फाइनल में अर्जेटीना और जर्मनी की टीमें तकरीबन 113 मिनट तक भिड़तीं रही और तब बड़ी मुश्किल में मैच का पहला गोल देखने को मिला। यही गोल निर्णायक साबित हुआ और जर्मनी चौथी बार विश्व चैंपियन बनने का गौरव हासिल कर सकी। लेकिन, जर्मनी के कोच ने आखिर ऐसा क्या किया कि एक 22 वर्षीय युवा खिलाड़ी सब्स्टीट्यूट के तौर पर मैदान पर आया देखते-देखते उस खिलाड़ी ने अकेले दम पर इतिहास रच डाला..
ये 22 वर्षीय खिलाड़ी थे मारियो गोत्सा जिनको शायद इस मैच से पहले कम ही लोग जानते थे। मैच के 88वें मिनट में कोच ने उन्हें मैदान पर भेजा और अतिरिक्त समय में इस खिलाड़ी ने एक ऐसा गोल किया जो दुनिया भर में करोड़ों जर्मन फैंस के लिए खुशी का सबब बना। मारियों को मैदान पर भेजने से पहले जर्मनी के कोच जोशेल लॉ ने उनके कान में सिर्फ एक बात बोली और इस खिलाड़ी में इतना जोश भर गया कि उसने अपनी टीम को विजेता बना डाला। खुद कोच ने इसका खुलासा करते हुए बताया कि आखिर उन्होंने मारियो से क्या कहा था। कोच जोशेम लॉ ने कहा, 'मैंने गोत्सा से बस इतना कहा, जाओ और दुनिया को दिखा दो कि तुम मैसी से भी बेहतर हो और उसने कर दिखाया। गोत्सा एक अद्भुत खिलाड़ी है, वो किसी भी स्थान पर खेलने के लिए तैयार रहता है। वो निर्णायक भूमिका वाला खिलाड़ी है और आज उसने फिर इसे साबित किया।'
गौरतलब है कि जर्मनी के सामने जो दिग्गज अर्जेटीनी टीम थी, उसके कप्तान लिओन मैसी थे। मैसी दुनिया व फुटबॉल इतिहास के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में शुमार किए जाते हैं और इस विश्व कप के बेस्ट खिलाड़ी का पुरस्कार भी उन्होंने ही जीता लेकिन मैसी से आगे निकलने की उनकी चाह को कोच जोशेम लॉ ने इस अंदाज में उग्र किया कि ये खिलाड़ी आगे आने वाले समय में मैसी जैसा सुपरस्टार बनने की राह पर निकल पड़ा है।