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बनारस के थानों में सफाई अभियान, दीवार से लेकर वर्दी तक करनी होगी साफ

बापू की जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए स्वच्छता मिशन से बनारस की पुलिस बेहद खास तरीके से जुड़ गई है। तय यह किया गया है कि सबसे स्वच्छ थाने के थानेदारों को नंबर देने के साथ ही उक्त थाने को पुरस्कार भी दिया जाएगा।

By vivek pandeyEdited By: Published: Thu, 02 Oct 2014 09:09 PM (IST)Updated: Thu, 02 Oct 2014 09:11 PM (IST)
बनारस के थानों में सफाई अभियान, दीवार से लेकर वर्दी तक करनी होगी साफ

वाराणसी। बापू की जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए स्वच्छता मिशन से बनारस की पुलिस बेहद खास तरीके से जुड़ गई है। तय यह किया गया है कि सबसे स्वच्छ थाने के थानेदारों को नंबर देने के साथ ही उक्त थाने को पुरस्कार भी दिया जाएगा। इसे पुलिसकर्मियों के केआरए (की रिस्पांसबिल एरिया) से जोड़ दिया गया है। जिन थानों में स्वच्छता की थोड़ी कमी है, वहां खास नजर होगी। इतना ही नहीं, इस मासिक पुरस्कार की शर्त यह भी है कि थानों के आसपास भी साफ सफाई रखनी होगी। यह प्रतियोगिता वर्ष भर चलती रहेगी। वर्ष भर फिसड्डी रहे थानेदारों को चिन्हित किया जाएगा।

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यूं तो आला अधिकारियों के वार्षिक निरीक्षण के दौरान थाना परिसर चमचमा ही उठता है लेकिन यह व्यवस्था पूरे साल एक समान नहीं रह पाती। हालांकि नगर के कुछ थाने ऐसे हैं जहां हमेशा साफ-सफाई रहती है लेकिन कुछ थाने ऐसे भी हैं जहां गंदगी रहती है। थाना परिसर तो चमकता है लेकिन उसकी चहारदीवारी के पास कबाड़ वाहनों का अंबार लगा रहता है।

एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने कहा कि थाना ऐसी जगह है जहां चौबीसों घंटे लोग अपनी समस्याएं लेकर आते हैं। ऐसे में थानों की साज-सच्जा और सफाई अत्यंत आवश्यक है। निर्देश दिया गया है कि साफ-सफाई सिर्फ जमीन तक सीमित न रहे, फाइलों पर पड़ी धूल साफ होने के साथ ही पुलिसकर्मियों की वर्दी तक ठीक होनी चाहिए। चौराहे पर खड़ा जवान लगे, कि वह पुलिसमैन है। थानों में स्वच्छता की समीक्षा क्षेत्राधिकारी करेंगे और अपनी रिपोर्ट देंगे। रिपोर्ट के आधार पर थानावार नंबर देने के साथ थानेदार और उसकी टीम को नकद पुरस्कार दिया जाएगा।

नजीर है प्रतिसार निरीक्षक का दफ्तर

साफ-सफाई का मतलब सिर्फ धूल और कूड़ा साफ करना ही नहीं, किसी एक स्थान पर मौजूद हर वस्तु को इस प्रकार से करीने से रखना है जो आंखों को भाए। इसका असली मतलब समझना है तो पुलिस लाइन में एसएसपी और प्रतिसार निरीक्षक के दफ्तर जाइए। पुलिस लाइन में प्रतिसार निरीक्षक कार्यालय की साफ - सफाई का आलम यह है कि पेड़-पौधों की पत्तियों तक पर पड़ी धूल सुबह-शाम साफ की जाती है। प्रतिसार निरीक्षक रणविजय सिंह स्वयं मातहतों के साथ सुबह-शाम खुरपी लेकर मौजूद रहते हैं।

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