सुष्ामा की यात्रा से द्विपक्षीय संबंधों को मिलेगी मजबूती: चीन
पड़ोसी देश चीन को आशा है कि भारत की विदेशमंत्री सुषमा स्वराज की यात्रा से दोनों देशों के संबंधों में मधुरता आएगी। हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा तीन दीवसिय भारत यात्रा पर आए थे। यहां उनका दमदार स्वागत किया गया जिसकी चर्चा खासतौर पर चीन तथा पाकिस्तान में थी।
बिजिंग। पड़ोसी देश चीन को आशा है कि भारत की विदेशमंत्री सुषमा स्वराज की यात्रा से दोनों देशों के संबंधों में मधुरता आएगी। हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा तीन दीवसिय भारत यात्रा पर आए थे। यहां उनका दमदार स्वागत किया गया जिसकी चर्चा खासतौर पर चीन तथा पाकिस्तान में थी। जल्द ही सुषमा चीन का दौरा करने वाली हैं। चीन के विदेशी मामलों के जानकार तथा चीन के विदेश मंत्री के सलाहकार फु जिआओक्यांग ने कहा कि भारत हमेशा संतुलित विदेश नीति का पक्षधर रहा है वह कभी भी किसी एक देश की ओर अपनी विदेश नीति काे मुखातिब नहीं कर सकता।
भारत के राजदूत अशोक कंठ ने 26 जनवरी को आयोजित एक समारोह में कहा कि हाल ही में चीन के राष्ट्रपति के भारत दौरे से दोनों देशों के आपसी संबंध्ाों में काफी निकटता आई है। हालंकि जिस तरह से अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा को भारत ने गणतंत्र दिवस पर मुख्यअतिथि बना कर आमंत्रित किया और उनकी खातिरदारी की , इससे चीन के कान खड़े हो गए हैं। चीन ने एक बयान भी जारी किया था जिसमें कहा गया था कि एशिया में किसी बाहरी का दखल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
नई सरकार में विदेश मंत्री पद संभालने के बाद सुषमा की यह पहली चीन यात्रा है। वह एक से तीन फरवरी तक चीन में रहेंगी। उल्लेखनीय है कि ओबामा की यात्रा के बाद चीन काफी असहज महसूस कर रहा था। ओबामा की इस यात्रा के दौरान भारत और अमेरिका ने एशिया प्रशांत क्षेत्र के लिए संयुक्त रणनीतिक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे जिस पर चीन ने कड़ी आपत्ति जताई थी और उसके सरकारी मीडिया ने इसे 'दिखावा' बताया था। अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बातचीत के बाद अमेरिका और भारत के संयुक्त वक्तव्य जारी किए जाने से भी चीन नाखुश था।
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