इशरत जहां केस: चिदंबरम ने कहा, दूसरे हलफनामे में कुछ भी गलत नहीं
पूर्व गृहमंत्री पी. चिदंबरम ने ये साफ कर दिया है कि उनके गृहमंत्री रहते हुए जो इशरत जहां मुठभेड़ में दूसरा हलफनामा दायर किया गया उसमें कुछ भी गलत नहीं है।
मुंबई। इशरत जहां केस में दायर दूसरे हलफनामे पर सत्ताधारी पार्टी के नेताओं की तरफ से उठाए जा रहे सवालों के बीच पूर्व गृहमंत्री चिंदबरम ने खुद अपना बचाव किया है। पी. चिंदबरम ने मंगलवार को कहा कि इशरत जहां केस में उनकी तरफ से दायर किए गए दूसरे हलफनामे में कुछ भी गलत नहीं था। उन्होंने कहा कि ऐसा कोई सबूत नहीं था जिससे ये स्प्ष्ट हो पाता कि इशरत जहां आतंकवादी थी।
पूर्व गृहमंत्री की तरफ से इशरत जहां केस में दायर किए गए दूसरे हलफनामे को लेकर चिदंबरम को लगातार सत्ताधारी दलों की तरफ से निशाना बनाकर उन पर कई तरह के सवाल उठाए जा रहे हैं। यहां गौर करनेवाली बात ये है कि जिस वक्त दूसरा हलफनामा बनाया गया था उस समय चिदंबरम ही गृहमंत्री थी। यही वजह है कि सत्ताधारी पार्टी की तरफ से ये आरोप लगाया जाता रहा है कि उनके ही इशारे में दूसरा हलफनामा दायर किया गया।
चिदंबरम ने कहा कि अहमदाबाद के मेट्रोपोलिटन जज एस.पी. तमांग की रिपोर्ट में मुठभेड़ को फर्जी करार देने के बाद दूसरा हलफनामा तैयार किया गया था।
उन्होंने कहा कि विशेष जांच दल(एसआईटी) और सीबीआई की जांच में ये कहा गया कि इशरत जिस वक्त पुलिस कस्टडी में थी और उसके पासि से जो हथियार बरामद किए गये वह पुलिस की तरह से सुनियोजित था।
विवादों को बेबुनियाद करार देते हुए चिदंबरम ने कहा कि क्या आप बता सकते हैं कि हलफनामे का कौन सा हिस्सा कानूनी, राजैनतिक और नैतिकता के अनुरूप गलत है। उन्होंने कहा कि इंटेलिजेंस की सूचना सिर्फ सूचना होती है कोई सबूत नहीं। इसे गहनता से कोर्ट में जांच किया जाना चाहिए।