संपत्ति मामले में कैप्टन के खिलाफ चार्जशीट दायर, अमरिंदर बोले- बदला ले रहे जेटली
आयकर विभाग ने कैप्टन अमरिंदर सिंह पर आय संबंधी जानकारी छिपाने का आरोप लगाया है अौर अदालत में उनके खिलाफ चार्जशीट दायर की है। कैप्टन ने इसे अरुण जेटली द्वारा बदला लेना बताया है।
जेएनएन, लुधियाना। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पर आयकर विभाग ने शिकंजा कस दिया है। विभाग ने जानबूझ कर आय संबंधी जानकारी छिपाने का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ चार्जशीट दायर की है। चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट जापिंदर सिंह की अदालत में दायर चार्जशीट में आयकर विभाग ने आरोप लगाया है कि कैप्टन ने सोची-समझी साजिश के तहत ऐसा किया। दूसरी अोर, कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा है कि केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली को उन्होंने दोबारा अमृतसर से चुनाव लड़ने की चुनौती दी थी, इसी का वह इस तरह बदला ले रहे हैं।
आय संबंधी जानकारी छिपाने और विदेशों में संपत्ति के बारे में विभाग को अंधेरे में रखने का आरोप
अमरिंदर को समन करने या न करने को लेकर केस पर 17 जनवरी को अदालत में बहस होगी। आयकर विभाग ने कैप्टन के खिलाफ आयकर कानून की धारा 277 (जानबूझ कर जानकारी छिपाने) , भारतीय दंड संहिता की धारा 176 (वांछित जानकारी न देने), 177 (गलत जानकारी देने) व फौजदारी की विभिन्न धाराओं के तहत शिकायत दायर की है। इसमें आरोप लगाया है कि उनकी कथित तौर पर विदेशों में कई चल-अचल संपत्तियां हैं और उन्होंने आयकर विभाग को अंधेरे में रखते हुए जरकंदा ट्रस्ट के माध्यम से लाभ हासिल किया।
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यह है मामला
आयकर विभाग को रणइंदर के बारे में यह सूचना मिली कि उनका स्विटजरलैैंड की बैंक खाता है। यह सूचना केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड को 2011 में फ्रांस से मिली थी। विभाग ने यह भी पाया था कि स्विटजरलैैंड को पैसे गए हैैं और रणइंदर सिंह ने ब्रिटिश वर्जिन आइलैैंड्स में ट्रस्ट और कुछ अन्य संपत्तियां बनाई हैैं। रणइंदर व कैप्टन दोनों ने कहा था कि इसमें कुछ गलत नहीं है और आरोप झूठे हैैं।
आयकर विभाग की चार्जशीट के आधार पर प्रवर्तन निदेशालय ने भी रणइंदर सिंह पर कुछ समय पूर्व विदेशी मुद्रा विनियम कानून (फेमा) के तहत मामला दर्ज कर उनसे पूछताछ की थी। शिकायत में आयकर विभाग ने कहा है कि उसने अपनी जांच में पाया है कि कैप्टन उनके बेटे द्वारा विदेश में बनाए गए ट्रस्ट व अन्य संपत्तियों में लाभार्थी हैैं। जब उनसे इनके बारे में पूछा गया तो उन्होंने सरकार को इनके स्वामित्व के बारे में झूठा शपथपत्र दिया।
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आयकर विभाग का कहना है कि कैप्टन की इन विदेशी संपत्तियों व ट्रस्ट को बनाने में सक्रिय भूमिका थी लेकिन आयकर विभाग को इनका खुलासा नहीं किया गया ताकि टैक्स वसूली हो सके। आयकर विभाग ने आयकर कानून की धारा 276 सी (जानबूझकर कर देने से बचने)के तहत रणइंदर सिंह के खिलाफ भी शिकायत दायर की थी। अब कैप्टन पर भी वही आरोप लगे हैैं।
अधिकारियों को ड्यूटी करने से रोका
आयकर विभाग का आरोप है कि अमरिंदर सिंह ने न सिर्फ जानबूझकर विभाग से अपने दस्तावेज छिपाए, बल्कि सरकारी अधिकारियों को अपनी ड्यूटी करने से भी रोका व अड़चन पैदा करने की कोशिश की। उनको नोटिस भेजकर अपना जवाब देने को भी कहा गया, लेकिन वह संतुष्ट करने वाला जवाब नहीं दे पाए। आयकर विभाग ने इन शिकायत की पैरवी के लिए विभाग की अधिकारी अमनप्रीत कौर को अधिकृत किया है।
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मैंने जेटली को चुनाव लडऩे की चुनौती दी, उन्होंने इस तरह जवाब दिया: कैप्टन
कैप्टन ने अमरिंदर सिंह ने पूरे मामले में केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली पर षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया है। उन्होंने ट्विटर लिखा, 'मैंने अरुण जेटली को अमृतसर उपचुनाव लडऩे की चुनौती दी थी और उन्होंने उम्मीद के मुताबिक इस तरह इसका जवाब दिया।' उल्लेखनीय है कि 2014 लोकसभा चुनाव में अरुण जेटली अमृतसर से चुनाव लड़े थे और उन्हें कैप्टन के मुकाबले हार का सामना करना पड़ा था।