सुब्रत राय के विदेश जाने की मंशा का आरोप बेबुनियाद : सहारा समूह
सहारा समूह ने कहा है कि जेल जाने से पहले सुब्रत राय का विदेश जाने का कोई इरादा नहीं था।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। सहारा समूह ने कहा है कि जेल जाने से पहले सुब्रत राय का विदेश जाने का कोई इरादा नहीं था। सेबी के वकील अरविंद दातार के बयान को सिरे से खारिज करते हुए समूह ने कहा है कि वे अदालत की तरफ से समन किए जाने वाले देश वापस आए और अदालत से स्वीकृति मिलने के बावजूद वो वापस विदेश नहीं गए।
सहारा समूह के वकील गौतम अवस्थी ने एक बयान में कहा है कि दातार का बयान भ्रामक और गलत जानकारी देने वाला है। जेल भेजे जाने से पहले राय का विदेश जाने का इरादा नहीं था। जबकि अदालत ने उन्हें दो हफ्ते के लिए विदेश जाने की इजाजत दी ती। हालांकि दातार ने इससे पहले कहा था कि राय ने बिल क्लिंटन और टोनी ब्लेयर से मुलाकात के लिए विदेश जाने की इजाजत मांगी थी।
समूह ने अपने बयान में कहा है कि वह 95 फीसद निवेशकों को भुगतान कर चुका है। लेकिन इस पर किसी को भरोसा नहीं हो रहा है। लेकिन अभी भी सेबी ने अखिल भारतीय स्तर पर 144 पत्र पत्रिकाओं में विज्ञापन देकर निवेशकों को शिकायत दर्ज कराने का आखिरी मौका दिया है। समूह का कहना है कि बीते 43 महीने में निवेशकों की तरफ से केवल 104 करोड़ रुपये की मांग आई है। जबकि सेबी के पास सहारा समूह के ब्याज मिलाकर 13700 करोड़ रुपये जमा है।