मोबाइल एप के जरिए जवानों की शिकायत सुनेगी सरकार लेकिन स्मार्ट फोन पर बैन
केंद्र सरकार जवानों के लिए एक ऐसी मोबाइल एप्लिकेशन विकसित करने की योजना बना रही है जिसके जरिए वो अपनी शिकायतों को आसनी से दर्ज करा सकेंगे।
नई दिल्ली, जेएनएन। केंद्र सरकार केंद्रीय सशस्त्र अर्द्धसैनिक बल (सीएपीएफ) के जवानों के लिए एक ऐसी मोबाइल एप्लिकेशन विकसित करने की योजना बना रही है जिसके जरिए वो अपनी शिकायतों को आसानी से दर्ज करा सकेंगे। बता दें कि बीएसएफ जवान तेज बहादुर यादव ने वीडियो के द्वारा बीएसएफ शिविरों में भोजन की खराब गुणवत्ता को लेकर सवाल उठाये थे, जिसके बाद गृह मंत्रालय के लिए इस योजना को विकसित करने की अोर कदम बढ़ा रहा है।
एक तरफ जहां सरकार जवानों के लिए मोबाइल एप लाने पर विचार कर रही है तो दूसरी तरफ बीएसएफ ने अपने जवानों के मोबाइल फोन रखने पर बैन लगा दिया है। गौरतलब है कि बीएसएफ जवान द्वारा सोशल मीडिया पर डाले गए इस शिकायती वीडियो के वायरल हो जाने के बाद बीएसएफ ने अपने कंपनी कमांडरों का आदेश जारी कर कहा था कि कोई भी जवान ड्यूटी के दौरान मोबाइल फोन ना रखें इस बात का सख्ती से पालन हो। घटना के बाद बीएसएफ का कहना था कि जवानों को ड्यूटी के दौरान फोन ना रखने की पाबंदी पहले से ही थी लेकिन इस आदेश को सख्ती से लागू नहीं किया गया था।
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक केंद्रीय गृह सचिव राजीव महर्षि 7.2 लाख सीएपीएफ कांस्टेबल के लिए मोबाइल एप्लिकेशन विकसित करने के लिए परामर्श ले रहे हैं। इस परियोजना को राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केन्द्र (एनआईसी) द्वारा नियोजित किया जा रहा है। अधिकारियों के मुताबिक जवानों को डाउनलो़ड करने पर यह एप्लीकेशन उपलब्ध हो जाएगा जिसके माध्यम से वो अपनी शिकायतें या सुझाव दे सकेंगे।
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