अंगदाताओं की आसानी से हो सकेगी अदला-बदली
अगर आपके किसी परिचित को किडनी की आवश्यकता है और आप उसे अपनी एक किडनी देना चाहते हैं मगर दुर्भाग्यवश आपकी शारीरिक संरचना जरूरतमंद से मेल नहीं खाती है तो परेशान मत होइए। इसका सरल और बेहतर हल केंद्र सरकार ने ढूंढ लिया है। नई प्रक्रिया के तहत आप किडनी दान की प्रक्रिया की अदला-बदली कर सकते हैं। अर्थात दो जरूरतमंद मरीजों के रिश्तेदार शारीरिक संरचना मेल खाने पर एक-दूसरे के लिए अपने अंगदान कर सकते हैं। इसके लिए केंद्र ने अपनी वेबसाइट पर सभी
पवन कुमार, नई दिल्ली। अगर आपके किसी परिचित को किडनी की आवश्यकता है और आप उसे अपनी एक किडनी देना चाहते हैं मगर दुर्भाग्यवश आपकी शारीरिक संरचना जरूरतमंद से मेल नहीं खाती है तो परेशान मत होइए। इसका सरल और बेहतर हल केंद्र सरकार ने ढूंढ लिया है। नई प्रक्रिया के तहत आप किडनी दान की प्रक्रिया की अदला-बदली कर सकते हैं। अर्थात दो जरूरतमंद मरीजों के रिश्तेदार शारीरिक संरचना मेल खाने पर एक-दूसरे के लिए अपने अंगदान कर सकते हैं। इसके लिए केंद्र ने अपनी वेबसाइट पर सभी अंगदाताओं का विवरण डालने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। केंद्र सरकार के अधिवक्ता सुमित पुष्करणा ने एक हलफनामे के माध्यम से यह जानकारी दिल्ली हाई कोर्ट को दी है।
किडनी की मरीज एक महिला के बेटे द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई के बाद हाई कोर्ट के निर्देश पर केंद्र सरकार ने उपरोक्त कदम उठाया है। न्यायमूर्ति मनमोहन ने अगली सुनवाई के लिए 31 अगस्त की तारीख तय की है। सुमित पुष्करणा ने खंडपीठ को बताया कि मानव अंग प्रतिरोपण अधिनियम 1995 में केंद्र सरकार ने बदलाव कर अंगदान की प्रक्रिया को और अधिक सरल बनाया है। इस संबंध में सरकार ने नए नियम तय कर 27 मार्च, 2014 को अधिसूचना भी जारी कर दी है। पुराने नियम के अनुसार एक ही तरह के दो मामलों में अंगदाताओं को एक-दूसरे के मरीज को अंगदान करने की सहूलियत तो थी। मगर इसमें कानूनी पेचीदगियां अधिक थीं जिससे जरूरतमंदों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा था। अंगदाताओं और जरूरतमंद मरीजों का विवरण भी अन्य लोगों की पहुंच से बाहर था। केंद्र सरकार ने अब अंगदान की पूरी प्रक्रिया को केंद्रीकृत तरीके से कम्प्यूटरीकृत कर दिया गया है। अब सभी अंगदाताओं और जरूरतमंदों का पूरा शारीरिक विवरण सरकारी वेबसाइट पर चिकित्सकों द्वारा डाला जाएगा।