CBSE Class 12 Result 2017: परीक्षा परिणाम cbse.nic.in पर घोषित
सीबीएससी 12th का रिजल्ट मॉडरेशन नीति के साथ घोषित हो गया है। ऐसे में सभी स्टूडेंट बोर्ड की ऑफिशियल वेबसाइट के अलावा जागरण जोश की वेबसाइट पर अपना रिजल्ट देख सकेंगे।
नई दिल्ली (जेएनएन)। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड यानि CBSE Board 12th क्लास के स्टूडेंट के लिए आज का दिन बेहद खास है। सीबीएससी 12th का रिजल्ट मॉडरेशन नीति के साथ घोषित हो गया है। ऐसे में सभी स्टूडेंट बोर्ड की ऑफिशियल वेबसाइट के अलावा जागरण जोश की वेबसाइट पर अपना रिजल्ट देख सकेंगे।
सीबीएसई ने इस साल देश भर में करीब 10,678 सेंटर पर 9 मार्च से 29 अप्रैल के बीच परीक्षाएं आयोजित कराई थीं। ऐसे में इन स्टूडेंट के लिए सबसे खुशी की बात यह है कि आज उनका रिजल्ट फाइव प्वाइंट मॉडरेशन पॉलिसी के साथ आएगा।
जागरण जोश दूसरा ऑप्शन
वहीं जैसे ही आज रिजल्ट आएगा वैसे ही बोर्ड अपनी ऑफिशियल वेबसाइट पर जेसे cbse.nic.in पर अपलोड कर देगा। अनुमान है कि आज बोर्ड की ऑफिशियल वेबसाइट पर लोड अधिक होने से स्टूडेंट को रिजल्ट देखने में प्रॉब्लम हो सकती है। जिससे स्टूडेंट को जागरण जोश की वेबसाइट पर भी रिजल्ट देखने की सुविधा दी जा रही है। ऐसे में स्टूडेंट जागरण जोश की http://cbse12.jagranjosh.com पर भी रिजल्ट देख सकते हैं।
- सबसे पहले स्टूडेंट इस वेबसाइट पर क्िलक करें
- उसके बाद यहां दिए सभी कॉलम फिल करें
- फिर उसे सबमिट कर दें, परिणाम आपके सामने होगा।
उत्तीर्ण होने के प्रतिशत में इजाफा
इस साल 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव के चलते सीबीएसई समेत कई बोर्ड एग्जाम लेट हो गए थे। बारहवीं में 10,98,981 छात्रों ने हिस्सा लिया था, जो पिछले वर्ष की तुलना में 2.82 फीसदी ज्यादा थी। जबकि 10वीं में 8,86,506 छात्रों ने परीक्षा दी थी। बीते साल 12वीं की परीक्षा में करीब 10,65,179 छात्र पंजीकृत हुए थे। जिसमें ओवर ऑल पासिंग परसेंटेज 83.05% रहा है। इसमें 88.58% गर्ल्स और 78.85% ब्वॉयज रहे। वहीं शैक्षिक विशेषज्ञों की मानें तो इस बार सीबीएसई में छात्रों के उत्तीर्ण होने के प्रतिशत में इजाफा होने की उम्मीद है।
मॉडरेशन पॉलिसी के खिलाफ चुनौती
बता दें कि इस साल सीबीएसई ने ग्रेस मार्क्स पॉलिसी को बदलने के लिए नोटिफिकेशन जारी किया था। जिसके बाद कुछ अभिभावकों ने बोर्ड के इस नोटिफिकेशन के खिलाफ हाईकोर्ट में चुनौती दी थी। ऐसे में बीते मंगलवार को दिल्ली हाईकोर्ट ने सीबीएसई को ग्रेस मार्क्स देने संबंधी उसकी मॉडरेशन पॉलिसी सत्र इस साल जारी रखने का अंतरिम आदेश दिया था। कोर्ट का कहना था कि स्टूडेंट ने एग्जामिनेशन फॉर्म भरे थे तब ग्रेस मार्क्स के तहत ही भरे थे। ऐसे में 2016-17 के नियमों में कोई बदलाव नहीं होगा। खेल शुरू होने के बाद नियम नहीं बदले जाते हैं।
40 से 60 दिनों के भीतर
विगत कई वर्षों से सीबीएसई परीक्षा परिणाम परीक्षाएं समाप्त होने के 40 से 60 दिनों के भीतर घोषित कर देता है। सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेण्ड्री एजुकेशन (सीबीएसई) भारत की स्कूली शिक्षा का एक बड़ा बोर्ड है। इसकी स्थापना सन् 1921 में हुई थी। इसके अंतर्गत करीब 897 केन्द्रीय विद्यालय आते हैं। इसके अलावा 1761 सरकारी स्कूल, 4627 स्वतंत्र विद्यालय और 480 जवाहर नवोदय विद्यालय व करीब 14 केन्द्रीय तिब्बती विद्यालय आते हैं। यह बोर्ड हर साल बड़े स्तर पर दसवीं व बारहवीं की परीक्षाएं हिन्दी व अंग्रेजी में आयोजित कराता है।