आनंद जोशी को सीबीआई ने किया तलब, पूछताछ के लिए बुलाया
गृह मंत्रालय और सीबीआई के अधिकारियों के मुताबिक आनंद जोशी एनजीओ पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे थे।
नई दिल्ली। गृह मंत्रालय के अंडर सेक्रेटरी रहे आनंद जोशी को सीबीआई ने आज पूछताछ के लिए सीबीआई मुख्यालय में तलब किया है। इससे पहले उन्हें बुधवार के लिए नोटिस जारी किया गया था, लेकिन तब आनंद जोशी अपने घर पर एक चिट्ठी छोड़ कर घर छोड़ कर चले गए थे।
वहीं गृह मंत्रालय और सीबीआई के अधिकारियों का मानना है कि आनंद जोशी एनजीओ पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे थे। और उनके निशाने पर जानी मानी प्रयारवरण विद सुनीता नारायण और फोर्ड फाउंडेशन था।
जोशी पहली बार उस वक्त विवाद में आए थे जब उन्होंने सितंबर 2015 में सुनीता नारायण के विज्ञान एवं पर्यावरण के एनजीओ समेत कई एनजीओ के खिलाफ विदेशी योगदान नियमन अधिनियम (FCRA) उल्लंघन नोटिस भेजा था।
गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी ने इकनॉमिक टाइम्स को बताया कि सीबीआई जोशी से ये सवाल करना चाहती थी कि एजेंसी ने एनजीओ को नोटिस भेजने के लिए अपनी शक्तियों का गलत इस्तेमाल तो नहीं किया। जोशी ने एनजीओ के खिलाफ नोटिस जारी किया था। जिसने एफसीआरए उल्लंघन पर रिपोर्ट मांगी थी।
लापता हुए आनंद जोशी
गुजरात की गुलबर्ग सोसायटी में म्यूजियम बनाने के नाम पर इकट्ठा की गई राशि में कथित हेराफेरी मामले में आरोपी सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ के साथ CBI की जांच के दायरे में आए आनंद जोशी बुधवार को गाजियाबाद स्थित अपने घर से गायब हो गए। उन्होंने अपने घर में एक नोट भी छोड़ा है।
बताया जा रहा है कि गृह मंत्रालय के अंडर सेक्रेटरी के पद पर तैनात रहे आनंद जोशी पर तीस्ता सीतलवाड़ की एनजीओ को गलत तरीके से मिले विदेशी चंदे से जुड़ी फाइलें गायब करने का आरोप है। मंत्रालय की शिकायत पर आनंद के खिलाफ सीबीआई ने मामला दर्ज किया हुआ है।
हालांकि जोशी ने दावा किया है कि वो बेगुनाह हैं और उन्हें फंसाया जा रहा है। उनका दावा है कि उनके ऊपर के अधिकारियों ने कुछ एनजीओ को छूट देने के लिए उनपर दबाव डाला था।