मलिक ने मोदी पर लगाया कट्टर रुख अपनाने का आरोप
जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के प्रमुख यासीन मलिक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है। एक निजी टीवी चैनल के कार्यक्रम में उन्होंने मोदी पर जम्मू-कश्मीर को लेकर कट्टर रुख अपनाने का आरोप लगाया।
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट [जेकेएलएफ] के प्रमुख यासीन मलिक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है। एक निजी टीवी चैनल के कार्यक्रम में उन्होंने मोदी पर जम्मू-कश्मीर को लेकर कट्टर रुख अपनाने का आरोप लगाया। उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच विदेश सचिव स्तर की बातचीत रोकने को लेकर अलगाववादियों को दोष देने की बात नामंजूर कर दी।
मलिक ने कहा, 'कश्मीरी अलगाववादी नेता पिछले 24 वर्षो से पाकिस्तानी अधिकारियों से मिलते रहे हैं। जब भी पाकिस्तानी प्रधानमंत्री या विदेश सचिव भारत के दौरे पर आए हैं, हमने उनसे मुलाकात की है। यह कहना गलत है कि हमने भारत-पाकिस्तान शांति प्रक्रिया को बाधित किया है। हम तो शांति प्रक्रिया को मजबूत करने का प्रयास कर रहे हैं जिससे कि सभी संबंधित पक्ष अपने विचार रख सकें। हम तीसरा पक्ष नहीं हैं। कश्मीरियों को अपने भविष्य को लेकर होने वाली किसी भी बातचीत में शामिल किया जाना चाहिए।' उन्होंने कहा कि मोदी ने कट्टर रुख अपनाने का निर्णय ले लिया है, इसलिए हम कश्मीर में अपने आंदोलन को मजबूत करेंगे। जेकेएलएफ प्रमुख ने कहा कि 2006 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने उनसे पाकिस्तान के आतंकियों से संपर्क करने की इच्छा जताई थी ताकि भारत और पाकिस्तान के बीच शांति प्रकिया को गति दी जा सके। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने कश्मीर के अलगाववादी नेताओं को पाकिस्तान जाने की अनुमति दी थी ताकि शांतिपूर्ण बातचीत के लिए माहौल तैयार किया जा सके। गौरतलब है कि भारत के विरोध के बावजूद मलिक, हुर्रियत कांफ्रेंस के नेताओं सैयद अली शाह गिलानी, शब्बीर शाह और मीरवाइज उमर फारूक ने इस सप्ताह दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायुक्त से मुलाकात की थी। इसे लेकर राजनयिक विवाद उत्पन्न हो गया था और भारत ने इस्लामाबाद में 25 अगस्त को पाकिस्तान के साथ होने वाली विदेश सचिव स्तर की बातचीत रद कर दी थी।