एमएमएस बनाने वाला गिरोह पकड़ा गया, 500 क्लिप मिलीं
भोली-भोली लड़कियों की मजबूरी का फायदा उठाकर उन्हेंं जिस्मानी संबंध बनाने पर मजबूर किया जाता था। इस दौरान आरोपी उनकी वीडियो क्लिप तैयार कर लेता था।
बेंगलुरु। सोशल नेटवर्किग साइट्स पर दुष्कर्म के वीडियो अपलोड करने वाले आरोपियों में से एक के. कौशिक को सीबीआइ ने गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी और उसके साथियों की गिरफ्तारी की जिम्मेदारी सीबीआई पर थी। मामले की पूरी जांच प्रक्रिया सुप्रीम कोर्ट के निर्देशन में चल रही थी।
जांच एजेंसी के प्रवक्ता ने बताया कि आइपी एड्रेस का पता लगाने के बाद कौशिक के यहां स्थित घर पर छापा मारा गया और इंटरनेट पर दुष्कर्म की वीडियो क्लिपें पोस्ट करने के आरोप में उसे गिरफ्तार कर लिया गया। न्यायिक हिरासत में भेजने और जांच के दौरान पूछताछ करने के लिए कौशिक को शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा।
प्रवक्ता ने कहा, 'हमने आइपीसी की विभिन्न धाराओं और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 के तहत एक मामला दर्ज किया था।
दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश के सीतापुर के कोतवाली पुलिस थाने को ऐसा निर्देश दिया था, जिसके बाद हमने यह कार्रवाई की।' उन्होंने बताया कि जांच एजेंसी ने फोरेंसिक साफ्टवेयर और इंटरनेट सेवा प्रदाता कई कंपनियों की मदद से सेक्स वीडियो अपलोड करने वाले के बारे में पता कर उसे गिरफ्तार किया।
आरोपी को गिरफ्तार करने गई टीम के हाथ तलाशी के दौरान होश उड़ा देने वाली करीब 500 वीडियो क्लिप मिली हैं। पुलिस के मुताबिक भोली-भोली लड़कियों की मजबूरी जानकर उन्हें जिस्मानी संबंध बनाने पर मजबूर किया जाता था।
इस दौरान आरोपी उनकी वीडियो क्लिप तैयार कर लेता था। इसके बाद वीडियो क्लिप को किसी माध्यम के जरिए सोशल नेटवर्किंग साइट्स के हाथों बेचता था। आरोपी को क्लिप की हर हिट के मुताबिक पैसे मिलते थे। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किया गया आरोपी अच्छे परिवार से है। आरोपी पर रेप, गैंगरेप समेत गंभीर धाराओं में छह मुकदमे दर्ज किए गए हैं। पूछताछ के लिए उसे दिल्ली लाया गया है।
पढ़ेंः जानिए लाल और सुनहरी साड़ी में सजी ये दुल्हन क्यों है खास