14 साल से बंधक भाई-बहन को आजाद कराया
सगे भाइयों द्वारा अपने बड़े भाई व बहन को पिछले 14 साल से घर पर बंधक बनाए रखने का मामला सामने आया। इन भाई-बहन को इस हद तक डरा-धमका दिया गया था कि वे खुद ही घर से बाहर निकलने से घबराने लगे हैं।
अमृत सचदेवा, फाजिल्का। सगे भाइयों द्वारा अपने बड़े भाई व बहन को पिछले 14 साल से घर पर बंधक बनाए रखने का मामला सामने आया। इन भाई-बहन को इस हद तक डरा-धमका दिया गया था कि वे खुद ही घर से बाहर निकलने से घबराने लगे हैं।
कई दिनों से न नहाने, सही देखभाल के अभाव व मारपीट के चलते भाई-बहन के शरीर पर कई घाव बने हैं। अपनों के हाथों मारपीट व अनदेखी का शिकार हो रहे इन दोनों भाई-बहन की आखिरकार पड़ोसियों व दुकानदारों से हालत नहीं देखी गई।
उन्होंने उनके साथ मारपीट होने व चीखने-चिल्लाने पर इसकी सूचना पुलिस को दी। इस पर पुलिस ने बाण बाजार में रहने वाले भाइयों विजय व सतीश कुमार के कब्जे से उनके सगे भाई-बहन आकाशदीप एवं सुनीता को छुड़वाया। पड़ोसियों व दुकानदारों ने बताया कि इस परिवार की करोड़ों की संपत्ति है।
सतीश व विजय अपनी बहन व भाई पर जुल्म कर रहे थे। कई दिनों से रात को भाई-बहन की चीखों से तंग आकर उन्होंने सूचना नगर थाना पुलिस को दी। पुलिस दोनों आरोपी भाइयों को भी थाने ले गई। थाने में बंधक भाई-बहन ने भी अपने भाइयों पर खूब भड़ास निकाली।
आकाशदीप ने बताया कि वह और सुनीता 12वीं पास हैं। सुनीता ने एनटीटी भी कर रखी है, मगर नौकरी या काम न मिलने से दोनों भाइयों ने उन्हें पूरी तरह दबाकर रखा है। घर से बाहर निकलने पर चिल्लाते हैं। उन्हें खाने-पीने, यहां तक कि नहाने भी नहीं दिया जाता है। संपत्ति में उनका भी अधिकार है, लेकिन दोनों भाई कुछ नहीं देना चाहते।