राजस्थान में तीसरी ताकत बनने की कसरत में जुटी बसपा
मायावती शुक्रवार को जयपुर के रामलीला मैदान में पार्टी की एक रैली को संबोधित करने के साथ ही पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक कर आगामी विधानसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा करेंगी।
जागरण संवाददाता, जयपुर : उप्र विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद अब बसपा सुप्रीमो मायावती ने अगले साल होने वाले राजस्थान विधानसभा चुनाव पर अपना ध्यान केंद्रित किया है। वह राजस्थान में बसपा को तीसरी ताकत के रूप में उभारना चाहती हैं। इसलिए उन्होंने चुनाव से करीब एक साल पहले ही चुनाव अभियान की शुरुआत करने का मन बनाया है। मायावती शुक्रवार को जयपुर के रामलीला मैदान में पार्टी की एक रैली को संबोधित करने के साथ ही पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक कर आगामी विधानसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा करेंगी।
मायावती के निर्देश के बाद राज्य प्रभारी धर्मवीर अशोक ने राज्य की सभी 200 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने को लेकर तैयारी शुरू की है। धर्मवीर अशोक ने पिछले दो माह में राज्य के सभी 200 विधानसभा क्षेत्रों का दौरा कर पार्टी कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने का काम किया है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से संभावित उम्मीदवारों को लेकर चर्चा करने के साथ ही बसपा की ओर से चुनाव में उठाए जाने वाले मुद्दों को लेकर भी फीडबैक लिया है।
बसपा के नेताओं के अनुसार, मायावती ने सभी सीटों पर चुनाव लड़ने के साथ ही कम से कम 50 विधानसभा सीटों पर जीत सुनिश्चित करने के निर्देश प्रदेश के नेताओं को दिए हैं। श्रीगंगानगर व झुंझुनूं जिलों पर भी बसपा का अधिक जोर रहेगा। धर्मवीर अशोक का कहना है कि इस बार बूथ मैनेजमेंट पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। प्रत्येक पो¨लग बूथ पर पार्टी के कार्यकर्ताओं की टीम गठित की जा रही है। गौरतलब है कि 2013 में हुए विधानसभा चुनाव में बसपा के तीन प्रत्याशी चुनाव जीते थे। इनमें से एक को हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा हो गई। इस कारण यह सीट रिक्त हुई और इस सीट पर हुए उप चुनाव में भाजपा ने जीत दर्ज की है।
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