पत्थरबाजों की खैर नहीं, अब इस तीखी सब्जी से बनाई जा रही है टियर गैस
यह नई आंसू गैस स्प्रे कैन और गोले के रूप में अगले महीने की शुरुआत तक तैयार हो जाएगी और देश में किसी भी जगह पर इस्तेमाल की जा सकेगी।
नई दिल्ली, पीटीआई। जम्मू-कश्मीर में पत्थरबाजों से निपटने के लिए एक नई तरह की आंसू गैस तैयार की जा रही है और सबसे दिलचस्प बात ये है कि यह शिमला मिर्च से बनाई जा रही है। जी हां, और सुरक्षा बलों द्वारा इसका इस्तेमाल जम्मू-कश्मीर समेत देश की दूसरी जगहों पर भी उग्र भीड़ से निपटने के लिए किया जाएगा।
इस बारे में बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारर ने बताया कि सुरक्षा बलों के इस्तेमाल के लिए नई आंसू गैस स्प्रे कैन और गोले के रूप में अगले महीने की शुरुआत तक तैयार हो जाएगी। यह हानिकारक भी नहीं है। देश में किसी भी जगह पर जहां कानून एवं व्यवस्था की समस्या है, वहां सुरक्षा बलों द्वारा इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। मगर इसकी बड़ी खेप जम्मू-कश्मीर भेजी जाएगी, क्योंकि वहां आए दिन विरोध-प्रदर्शन और सुरक्षा बलों पर पत्थर फेंकने की घटनाएं होती रहती हैं।
गोले का निर्माण बीएसएफ के टनकपुर (मध्य प्रदेश) स्थित टियर स्मोक यूनिट द्वारा किया जाएगा। पिछले साल इस यूनिट ने पावा आंसू गैस तैयार की थी। मगर सुरक्षा सूत्रों के अनुसार, यह विवादित पैलेट गन का कारगर विकल्प साबित नहीं हो पाई और इसलिए अन्य गैर-हानिकारक हथियार की मांग की गई। नई आंसू गैस के निर्माण में डीआरडीओ भी मदद करेगा।
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