छात्रों के उत्पीड़न का शिकार बना आदर्श
देश के नामी स्कूल सिंधिया फोर्ट का नौवीं कक्षा का छात्र आदर्श कुमार सिंह अपने सीनियर छात्रों के उत्पीड़न से त्रस्त था। इसी कारण उसने आत्महत्या करने का कदम उठाया। यह कहना है मामले की जांच कर रही ग्वालियर पुलिस का। सीनियर छात्रों के हाथों अपने बेटे के उत्पीड़न की बात आदर्श के पिता जयकुमार सिंह ने भी कही। वह बिह
नई दुनिया, ग्वालियर। देश के नामी स्कूल सिंधिया फोर्ट का नौवीं कक्षा का छात्र आदर्श कुमार सिंह अपने सीनियर छात्रों के उत्पीड़न से त्रस्त था। इसी कारण उसने आत्महत्या करने का कदम उठाया। यह कहना है मामले की जांच कर रही ग्वालियर पुलिस का। सीनियर छात्रों के हाथों अपने बेटे के उत्पीड़न की बात आदर्श के पिता जयकुमार सिंह ने भी कही। वह बिहार सरकार में सहकारिता मंत्री हैं। हालांकि वह यह मानने को तैयार नहीं कि उनके बेटे ने आत्महत्या की कोशिश की है। उन्होंने दावा किया डॉक्टर भी इस मामले को आत्महत्या का केस नहीं मान रहे। 14 साल का आदर्श दिल्ली के अपोलो अस्पताल में भर्ती है और उसकी हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है। उसे गहन चिकित्सा कक्ष में वेंटीलेटर पर रखा गया है। आदर्श को गुरुवार सुबह साढ़े आठ बजे अपोलो में भर्ती कराया गया था।
ग्वालियर पुलिस के अनुसार, आदर्श को परेशान करने वाले सीनियर छात्रों में भाजपा सांसद के नाती के अलावा जज और व्यापारी का बेटा भी है। इन्होंने आदर्श को मोबाइल पर पिक्चर अपलोड करते पकड़ लिया था, जबकि स्कूल में मोबाइल की इजाजत नहीं है। तभी से वे उसको परेशान कर रहे थे। शनिवार दोपहर एएसपी युसूफ कुरैशी के नेतृत्व में पुलिस, जिला प्रशासन और फॉरेंसिक एक्सपर्ट की टीम सिंधिया स्कूल पहुंची। उसने करीब चार घंटे तक स्कूल प्रबंधन, हॉस्टल वार्डन और आदर्श के साथियों से पूछताछ की। फॉरेंसिक एक्सपर्ट अखिलेश भार्गव ने पुलिस के साथ हॉस्टल में उस जगह का निरीक्षण किया है, जहां आदर्श के फांसी लगाने की बात सामने आई है। एएसपी युसूफ कुरैशी ने बताया कि पुलिस को इस मामले की सूचना देर से दिए जाने के कारण स्कूल प्रबंधन को नोटिस जारी किया जा रहा है। अस्पताल में मौजूद परिवार के एक करीबी ने बताया कि आदर्श ने एक बार अपनी आंखें खोली हैं। दिल्ली पुलिस के आयुक्त बीएस बस्सी ने भी अस्पताल पहुंचकर आदर्श के स्वास्थ्य की जानकारी ली। शुक्रवार को सिंधिया स्कूल के चेयरमैन ज्योतिरादित्य सिंधिया भी अपोलो अस्पताल पहुंचे थे।
जिस चादर से फांसी लगाई वह पलंग पर बिछी मिली
स्कूल प्रशासन के अनुसार, आदर्श ने हॉस्टल की गैलरी में चादर से फांसी लगाने का प्रयास किया था, जबकि पुलिस को ये चादर पलंग पर बिछी मिली है। इसे पुलिस की नजर से बचाने के लिए इसके ऊपर दूसरी चादर बिछा रखी थी। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि किसने चादर को छिपाने का प्रयास किया?
एसडीएम करेंगी मामले की जांच
कलेक्टर पी नरहरि ने शनिवार को एसडीएम शुचिस्मिता सक्सेना के नेतृत्व में पांच सदस्यीय जांच कमेटी बनाई। जांच दल की पूछताछ में स्कूल प्रशासन ने स्वीकार किया कि आदर्श ने कुछ सीनियर्स की मौखिक शिकायत की थी। उसने चचेरे भाई प्रियांशु से भी खाने की मेज पर अपने साथ हो रही रैगिंग की बात साझा की थी। मामले को मप्र बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने भी संज्ञान लिया है। आयोग की अध्यक्ष ऊषा चतुर्वेदी का कहना है कि यह गंभीर मामला है। स्कूल प्रबंधन से घटना का ब्योरा मांगा गया है।
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