केरल: अमित शाह बोले- भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या के जिम्मेदार मुख्यमंत्री
राजनीतिक हत्या का केंद्र बने केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन पर भाजपा अध्यक्ष ने हमला किया है।
कन्नूर, एएनआई। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने केरल में राजनीतिक अखाड़ा खोल दिया है और इसकी शुरूआत उन्होंने कन्नूर के राजराजेश्वर मंदिर में पूजा-अर्चनी की। इसके बाद उन्होंने केरल में मारे गए भाजपा कार्यकर्ताओं की तस्वीरों की प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि केरल में अब तक 120 से भी ज्यादा कार्यकर्ताओं की हत्या की जा चुकी है और इसके जिम्मेदार सिर्फ और सिर्फ मुख्यमंत्री हैं।
राजनीतिक हत्या का केंद्र बने केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन के क्षेत्र कन्नूर से 15 दिवसीय जन रक्षा यात्रा को अमित शाह हरी झंडी दिखाएंगे। खुद शाह तीन दिनों तक केरल में ही मौजूद रहेंगे।
जम्मू-कश्मीर और असम में सरकार गठन के बाद केरल और पश्चिम बंगाल दो ऐसे राज्य हैं जिसे भाजपा न सिर्फ राजनीतिक रूप से अहम मानती है बल्कि वैचारिक दृष्टिकोण से भी महत्वाकांक्षा रखती है। राजनीतिक रूप से जमीन भी उपजाउ मानी जा रही है।
पिछले वर्षो में वहां बड़ी संख्या में संघ कार्यकर्ताओं की हत्या हुई है। ऐसे में जन रक्षा यात्रा को अहम माना जा रहा है जो कन्नूर से शुरू होकर राजधानी तिरुअनंतपुरम तक जाएगी। केंद्रीय शिक्षा मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बताया कि शाह इसे हरी झंडी दिखाएंगे। तीसरे दिन शाह खुद भी कुछ देर के लिए इसमें शामिल होंगे।
इन पंद्रह दिनों में जावड़ेकर, स्मृति ईरानी, धर्मेद्र प्रधान, अनंत कुमार, गिरिराज सिंह समेत कुछ भाजपा मुख्यमंत्री भी इस यात्रा में शामिल होंगे।
रणनीति यह है कि हर दिन कोई न कोई बड़ा केंद्रीय मंत्री व नेता यात्रा का नेतृत्व करे और वामपंथी हिंसा पूरे केरल का मुद्दा बने। इतना ही नहीं शाह तीन दिनों तक केरल में ही होंगे और अलग अलग स्तर पर बैठकें भी होंगी। जून में भी वह केरल के तीन दिवसीय दौरे पर थे।
गौरतलब है कि पिछले विधानसभा में पहली बार भाजपा वहां एक सीट जीतने में सफल रही थी। यह अहसास होने लगा है कि केंद्र सरकार की योजनाओं के प्रचार प्रसार और जमीनी मशक्कत से पार्टी खुद को स्थापित कर सकती है।
ध्यान रहे कि भाजपा ने अगले लोकसभा चुनाव में भी वहां दस सीटों को रेखांकित कर जमीन तैयार करना शुरू कर दिया है। केंद्रीय मंत्रियों को अभी से इसकी जिम्मेदारी दी जा चुकी है। पिछले मंत्रिमंडल विस्तार में केरल से अल्फोस कन्नथनम को मंत्री भी बनाया गया है।
सूत्रों की मानी जाए तो कोशिश यह है कि 2021 तक भाजपा अधिकतर सीटों पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराए। जो सीटें हारे वहां भी दूसरे नंबर पर भाजपा हो। गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में हाल के चुनावों में ऐसी स्थिति दिखी थी।
यह भी पढ़ें: जावड़ेकर ने केरल सरकार को घेरा,बोले-'राज्य में हो रही है हत्या की राजनीति'