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अवैध संबंध में हुई थी भाजपा नेता राकेश रस्तोगी की हत्या

अपने दफ्तर में कार्य कर चुकी युवती से अवैध संबंध के कारण भाजपा नेता राकेश रस्तोगी की हत्या की गई थी। पुलिस ने युवती के पति समेत दो लोगों को गिरफ्तार कर यह सनसनीखेज खुलासा किया है।

By Edited By: Published: Sat, 12 Jul 2014 09:50 AM (IST)Updated: Sat, 12 Jul 2014 09:52 AM (IST)
अवैध संबंध में हुई थी भाजपा नेता राकेश रस्तोगी की हत्या

बहेड़ी/किच्छा। अपने दफ्तर में कार्य कर चुकी युवती से अवैध संबंध के कारण भाजपा नेता राकेश रस्तोगी की हत्या की गई थी। पुलिस ने युवती के पति समेत दो लोगों को गिरफ्तार कर यह सनसनीखेज खुलासा किया है।

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शुक्रवार को सीओ किच्छा के कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में उधम सिंह नगर के एसएसपी रिद्धिम अग्रवाल ने बताया कि राकेश रस्तोगी के कार्यालय में एक युवती कार्य करती थी। रस्तोगी के साथ अवैध संबंध की बात सामने आई थी। युवती का विवाह एक वर्ष पहले हंस विहार कालोनी, रुद्रपुर निवासी चरनजीत सिंह पुत्र गुलजार सिंह के साथ हुआ था। विवाह के बाद रस्तोगी उक्त युवती को फोन पर परेशान कर अपने कार्यालय आने का दबाव बना रहा था। इसकी जानकारी युवती के पति को हुई तो उसने रस्तोगी को ठिकाने लगाने की योजना बना ली। इस योजना में उसने बिलासपुर निवासी अपने ममेरे भाई गुरबक्श सिंह पुत्र सतनाम सिंह को भी साथ ले लिया। कोतवाल ओपी शर्मा ने बताया कि आरोपी युवती के पति को आदित्य चौक के पास से गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ के दौरान उसने अपने ममेरे भाई के साथ मिल कर रस्तोगी की हत्या की बात कबूल की। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने हत्या में प्रयोग किया गया चाकू व खून से सनी कमीज पुलभट्टा के निकट गौला नदी से बरामद कर ली है। पुलिस ने दोनों आरोपियों का मेडिकल करा जेल भेज दिया।

इस हाल में मिला था शव

हत्यारोपी चरनजीत सिंह ने भाजपा नेता रस्तोगी को प्लाट दिखाने के बहाने झांसे में लेकर गांव बरा बुला लिया। वहां से वह अपनी बाइक खड़ी कर उसकी कार में ही बैठ ग्वारी पचपेड़ा चल दिया। रास्ते में उन्होंने चाकू से वार करने के बाद गला घोट कर रस्तोगी की हत्या कर उसका शव कार की पिछली सीट के बीच में छिपा दिया। इसके बाद कार बरेली जिले की बहेड़ी कोतवाली अंतर्गत मंडनपुर में खड़ी कर दी।

एक माह बाद खुल सका राज

उत्तराखंड के किच्छा निवासी भाजपा नेता व आर्किटेक्चर राकेश रस्तोगी की हत्या 13 जून कर दी गई थी। अगले दिन 14 जून को शव उनकी ही कार में बहेड़ी के मंडनपुर के पास मिला था। इसके बाद किच्छा और बहेड़ी पुलिस खुलासे में लगी थी।

मोबाइल फोन से खुला राज

छानबीन के दौरान किच्छा पुलिस को एक मोबाइल नंबर ऐसा मिला, जो एक माह पहले ही एक्टीवेट हुआ था। उसी नंबर से कॉल कर भाजपा नेता को उनके दफ्तर से बाहर बुलाया गया था। बाद में पता चला कि वह नंबर चरनजीत की पत्नी प्रयोग कर रही थी।

युवती पर भी कस सकता है

भाजपा नेता राकेश रस्तोगी के कार्यालय में काम करने वाली युवती पर भी शिकंजा कस सकता है। पुलिस का कहना है कि अभी जांच की जा रही है कि हत्याकांड में उसकी भूमिका थी कि नहीं, यदि उसका भी रोल आता है तो उसे भी जेल भेजा जाएगा।

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