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भाजपा के लिए भी सिरदर्द बन सकता है रोजवैली घोटाला

इस घोटाले में लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस संसदीय दल के नेता सुदीप बंद्योपाध्याय को सीबीआइ ने गिरफ्तार किया है।

By Manish NegiEdited By: Published: Tue, 07 Feb 2017 06:57 PM (IST)Updated: Tue, 07 Feb 2017 09:23 PM (IST)
भाजपा के लिए भी सिरदर्द बन सकता है रोजवैली घोटाला

कोलकाता, जागरण न्यूज नेटवर्क। 17,000 करोड़ रुपये का रोजवैली चिटफंड घोटाला तृणमूल कांग्रेस के बाद अब भाजपा के लिए भी सिरदर्द बन सकता है। घोटाले की जांच में एक लाख रुपये से अधिक धनराशि के कम से कम ऐसे तीन चेक पाए गए हैं, जो अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में भाजपा के पक्ष में उस वक्त जारी किए गए, जब उस इलाके में रोजवैली अपना ठगी का धंधा चला रहा था।

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इस घोटाले में लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस संसदीय दल के नेता सुदीप बंद्योपाध्याय को सीबीआइ ने गिरफ्तार किया है। उसके बाद कोलकाता पुलिस ने ईडी के एक अधिकारी समेत कुछ और लोगों की कथित भूमिका को लेकर जांच तेज कर दी है। रोजवैली घोटाला सारधा घोटाले से छह गुना बड़ा है। अंडमान-निकोबार द्वीप समूह से तीन बार भाजपा के सांसद रहे विष्णु पी रे का कहना है कि रोजवैली ग्रुप अंडमान-निकोबार में कारोबार कर रहा था और बाकी दलों की तरह उसने हमें भी चंदा दिया, जो कि चेक के जरिये लिया गया था। उन्हें यह ठीक से याद नहीं है कि भाजपा ने रोजवैली से चेक के जरिये कितनी रकम ली थी।

उन्होंने यह भी कहा कि कई ऐसी कंपनियां अंडमार-निकोबार में काम करती थीं, जिन्होंने लोगों को लूटा है। रे का कहना है कि ये सभी कंपनियां कोलकाता में पैदा हुईं। रोजवैली ग्रुप का कारोबार होटल और रियल एस्टेट से लेकर फिल्म और इंश्योरेंस सेक्टर तक फैला था और उसके पास इस द्वीप समूह में होटल और रिजॉर्ट समेत लग्जरी प्रॉपर्टीज भी थीं। कुछ लोगों ने बताया कि रोजवैली ने डिपॉजिट स्कीम के जरिये काफी रकम इकट्ठा की थी। एक सूत्र के मुताबिक रोजवैली घोटाले और डिपॉजिट लेने वाले कुछ अन्य कारोबार में रुपये के तार पश्चिम बंगाल भाजपा की महिला इकाई की एक वरिष्ठ नेत्री से जुड़ रहे हैं।

इससे पहले केंद्रीय मंत्री और पश्चिम बंगाल से भाजपा सांसद बाबुल सुप्रियो ने म्यूजिकल परफॉर्मेंस के लिए रोजवैली से प्रोफेशनल फीस लेने की बात स्वीकार की थी। गायक से नेता बने बाबुल का नाम इस मामले में उस वक्त सामने आया था, जब तृणमूल के गिरफ्तार सांसद तापस पाल ने दावा किया था कि बाबुल रोजवैली के चैयरमैन गौतम कुंडू के काफी करीब हैं। कुंडू को मनी लांड्रिंग के आरोपों में 2015 में गिरफ्तार किया गया था।

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