राजनाथ बोले,100 दिन में कालेधन पर शुरू हो जाएगी कार्यवाही
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहाकि सरकार बनते ही 100 दिन के अंदर काले धन पर कार्यवाही शुरू हो जाएगी। विपक्ष को घेरते हुए सपा-बसपा एवं कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। कांग्रेस के हर गलत काम में सपा और बसपा ने साथ दिया। जनता के नकारात्मक उत्तर आने पर पूछा फिर वोट देंगे जवाब आया नह
फतेहपुर, जागरण संवाददाता। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहाकि सरकार बनते ही 100 दिन के अंदर काले धन पर कार्यवाही शुरू हो जाएगी। विपक्ष को घेरते हुए सपा-बसपा एवं कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। कांग्रेस के हर गलत काम में सपा और बसपा ने साथ दिया। जनता के नकारात्मक उत्तर आने पर पूछा फिर वोट देंगे जवाब आया नहीं। जैसे उद्बोधन से जनता के दिल में बस जाने की पुरजोर कोशिश की।
शाह कस्बे में भाजपा की चुनावी जनसभा में आए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने अभिवादन स्वीकार कर पूछा कि आजाद भारत देश में किस बात की कमी है जो विश्व शक्ति नहीं बन पाया। जनशक्ति, प्राकृतिक संपदा, सैन्य बल सब कुछ तो है। कांग्रेस 67 साल से वोट मांग रही है, दिया है भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, महंगाई। वह केवल साध्वी निरंजन ज्योति (प्रत्याशी) के लिए वोट मांगने नहीं आए हैं। वह तो देश और समाज को बनाने के लिए वोट मांगने आए हैं। कांग्रेस को अब कितना समय चाहिए, महंगाई का दर्द व्यापारी, किसान, वेतनभोगी से पूछिए। आंसू निकल आते हैं। मुलायम और मायावती का नाम लेकर कहाकि कमजोर दिल वाले हैं। दहशत में समर्थन दे रहे हैं। शेर दिल भाजपा के पास है। 1998 से 2004 तक देश की कमान पंडित अटल बिहारी वाजपेयी के हाथ में थी। उन्होंने कठोर निर्णय लिए, राजस्थान की धरती से परमाणु परीक्षण किया। अमेरिका सहित कई देशों ने आर्थिक मदद रोक दी लेकिन मित्रों महंगाई काबू में रही। टूजी, थ्रीजी, कामनवेल्थ घोटालों का नाम लेकर चुटकी लेते हुए कहाकि अब जीजाजी घोटाला आ गया है। कांग्रेस में भ्रष्टाचारियों की जमात है, मैं नहीं कहता कि बीजेपी में आने वाले सभी सही हैं लेकिन गंगोत्री जब शुद्ध है तो गंगा अपने आप शुद्ध होगी।
जसवंत सिंह को स्वीकारना चाहिए था पार्टी का फैसला: राजनाथ
नई दिल्ली। वरिष्ठ भाजपा नेता जसवंत सिंह को राजस्थान के बाड़मेर से चुनाव न लड़ने के पार्टी के फैसले को स्वीकार कर लेना चाहिए था। भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा कि टिकट का मुद्दा पार्टी में उनकी अहमियत का मापदंड नहीं हो सकता। राजनाथ ने स्पष्ट किया कि किसी भी वरिष्ठ नेता को दरकिनार नहीं किया जा रहा है। लोकसभा चुनाव में उनके मैदान में नहीं उतरने के बावजूद अनुभवी और वरिष्ठ नेताओं की सेवाएं ली जाएंगी।
राजनाथ ने कहा कि लोकसभा में नहीं उतारे गए वरिष्ठ नेताओं को संसद या पार्टी में पद दिया जा सकता है। यहां तक कि सरकार बनने के बाद उन्हें विभिन्न संस्थाओं में पद दिए जा सकते हैं। जब उनसे पूछा गया कि क्या पार्टी से निष्कासित जसवंत सिंह का बाड़मेर से चुनाव लड़ने का फैसला गलत था, तो राजनाथ ने कहा कि बेहतर होता वह पार्टी का फैसला स्वीकार कर लेते। जब आपको टिकट मिलता है, तो आप पार्टी का फैसला स्वीकार कर लेते हैं और जब नहीं मिलता तो आप पार्टी का निर्णय मानने से इन्कार कर देते हैं। ऐसा नहीं होना चाहिए। हर किसी को सिद्धांतों और विचारधारा की राजनीति करनी चाहिए। जब उन्हें याद दिलाया गया कि वरिष्ठ भाजपा नेता मुरली मनोहर जोशी ने कहा था, 'जसवंत सिंह पर लिया गया फैसला भाजपा चुनाव समिति का नहीं, बल्कि अकेले पार्टी अध्यक्ष का का था' तो राजनाथ ने कहा कि चुनाव समिति ने मुझे निर्णय लेने का अधिकार दिया था। मैंने सभी लोगों से बात करने के बाद निर्णय लिया। उन्होंने जोर देकर कहा कि भाजपा में कोई अंदरूनी समस्या नहीं है। विरोधी दल बेवजह हमारे अंदरूनी मामलों को तूल दे रहे हैं।
मोदी ने वरिष्ठ नेताओं को किनारे लगाया
विशाखापत्तनम। आंध्र प्रदेश में कांग्रेस प्रचार समिति के प्रमुख चिरंजीवी ने भाजपा के पीएम प्रत्याशी नरेंद्र मोदी की तुलना हिटलर से की है। उन्होंने मोदी पर खुद को आगे बढ़ाने के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को किनारे लगाने का आरोप लगाया है। मोदी के विकास मॉडल को खारिज करते हुए उन्होंने कहा, 'मोदी हिटलर हैं। उन्होंने पार्टी को अपने कब्जे में ले लिया है। अपने स्वार्थ के लिए उन्होंने भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को किनारे कर दिया। यदि वह प्रधानमंत्री बनते हैं तो पूंजीपति देश पर शासन करेंगे, जहां आम लोगों के लिए कोई जगह नहीं होगी।' साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि वाईएसआर प्रमुख जगनमोहन रेड्डी और तेदेपा प्रमुख चंद्रबाबू नायडू सत्ता के भूखे हैं।