शीला व गोयल में बराबर की टक्कर, हर्षवर्धन दौड़ में सबसे पीछे
नई दिल्ली [राज्य ब्यूरो]। भाजपा में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार को लेकर मचे घमासान के बीच आए पार्टी के एक अंदरूनी सर्वे में विजय गोयल को 20 फीसद लोगों ने पसंद किया है, जबकि डॉ. हर्षवर्धन को चाहने वालों की संख्या सिर्फ चार फीसद है। हालांकि मुख्यमंत्री के तौर पर शीला दीक्षित को पसंद करने वालों की संख्या भी 20 फीसद है।
नई दिल्ली [राज्य ब्यूरो]। भाजपा में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार को लेकर मचे घमासान के बीच आए पार्टी के एक अंदरूनी सर्वे में विजय गोयल को 20 फीसद लोगों ने पसंद किया है, जबकि डॉ. हर्षवर्धन को चाहने वालों की संख्या सिर्फ चार फीसद है। हालांकि मुख्यमंत्री के तौर पर शीला दीक्षित को पसंद करने वालों की संख्या भी 20 फीसद है।
भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की रैली के बाद हुए एक सर्वेक्षण में दिल्ली में पार्टी की सरकार तो बन रही है, लेकिन काफी कम वोटों के अंतर से। पार्टी सूत्रों के मुताबिक पार्टी ने एक एजेंसी से यह सर्वे कराया है, जिसमें दिल्ली के सभी क्षेत्रों के 71,230 लोगों से बात की गई। पार्टी सूत्रों के मुताबिक एजेंसी ने अगस्त में दिल्ली की 54 सीटों पर सर्वे किया था, उस समय भाजपा को 32.7 और कांग्रेस को 33.5 फीसद वोट मिले थे, लेकिन मोदी की रैली के बाद अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में 70 सीटों पर किए सर्वे में यह मत प्रतिशत तो बढ़ा है, लेकिन बहुत ज्यादा नहीं । अनुमान लगाया गया है कि भाजपा को 37.5 फीसद मत मिलेंगे, जबकि कांग्रेस को 34.5 फीसद मत मिलेंगे।
मोदी का खास प्रभाव नहीं : जिन 54 सीटों पर पहले सर्वे किया गया था, उनमें मोदी की रैली के बाद केवल 0.8 फीसद मतों का इजाफा हुआ है।
भाजपा : 39
कांग्रेस : 18
भाजपा कांग्रेस में बराबर की टक्कर : 8
बसपा : 2
आप : 2
अन्य : 2
मुख्यमंत्री के रूप में पसंद
विजय गोयल : 20 फीसद
शीला दीक्षित : 20 फीसद
अरविंद केजरीवाल : 12 फीसद
विजेंद्र गुप्ता : 9 फीसद
जयप्रकाश अग्रवाल : 7 फीसद
विजय मल्होत्रा : 6 फीसद
डॉ. हर्षवर्धन : 4 फीसद
अजय माकन : 3 फीसद
मुख्य मुद्दे
बिजली : 23.5 फीसद
महंगाई : 19.3 फीसद
भ्रष्टाचार : 15.7 फीसद
पेयजल, जलभराव : 9.5 फीसद
महिला सुरक्षा : 8.7 फीसद
प्रवासियों में कांग्रेस को बढ़त
पूर्वाचलियों को लुभाने और अनधिकृत कालोनियों के मुद्दे को उठाने वाली भाजपा को अभी यहां बढ़त मिलती नहीं दिख रही है। भाजपा के अंदरूनी सर्वे में कहा गया है कि उत्तराखंड प्रवासी भाजपा को, जबकि बिहार, पूर्वी, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राजस्थान के प्रवासी भाजपा व कांग्रेस में बराबर विभाजित हैं। पुनर्वास कालोनियों, झुग्गी झोपड़ी कालोनियों में कांग्रेस को बढ़त मिलेगी। इस कारण प्रवासियों में कांग्रेस को बढ़त मिलने का अनुमान लगाया गया है।
अल्पसंख्यक नाराज
भाजपा ने अपने सर्वे में माना है कि अल्पसंख्यक वर्ग में भाजपा के प्रति नाराजगी है और केवल दो फीसद अल्पसंख्यक वर्ग के लोग भाजपा को वोट देंगे, जबकि 68 फीसद वोट कांग्रेस को देंगे। वाल्मीकि वर्ग के लोग 18 फीसद भाजपा और 46 फीसद कांग्रेस को वोट देंगे।
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