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भाजपा ने किया बसपा की ईंट का जवाब पत्थर से देने का फैसला

आज बैठक में दयाशंकर सिंह प्रकरण पर भाजपा ने अब नई रणनीति अमल का फैसला किया है। तय हुआ कि बसपा को ईंट का जवाब पत्थर से दिया जाए।

By Nawal MishraEdited By: Published: Sat, 23 Jul 2016 09:02 PM (IST)Updated: Sun, 24 Jul 2016 11:07 AM (IST)
भाजपा ने किया बसपा की ईंट का जवाब पत्थर से देने का फैसला

लखनऊ (राज्य ब्यूरो)। राज्य भाजपा मुख्यालय पर बैठक में दयाशंकर सिंह प्रकरण पर पहले सकते में आने के बाद आक्रामक भाजपा ने अब नई रणनीति अमल का फैसला किया है। दयाशंकर सिंह के परिवार की महिलाओं पर बसपाइयों की अमर्यादित टिप्पणियों को लेकर भाजपा हमला तेज करेगी। इस मुद्दे पर बसपा को घेरने के लिए भाजपा महिला मोर्चा 28 जुलाई को लखनऊ में बड़ा प्रदर्शन करेगा। प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य की ओर से अपनी टीम के एलान के बाद प्रदेश पदाधिकारियों की पहली बैठक में पार्टी के लिए चुनौती बने इस मुद्दे पर गहन चर्चा हुई। भाजपा प्रदेश प्रभारी ओम माथुर व महामंत्री संगठन सुनील बंसल की मौजूदगी में तय हुआ कि बसपा को ईंट का जवाब पत्थर से दिया जाए।

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राजभवन पहुंचा मुद्दा

बैठक के बाद एक प्रतिनिधिमंडल ने राजभवन में राज्यपाल राम नाईक से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा। मौर्य ने राच्यपाल से कहा कि 21 जुलाई को बसपा के राष्ट्रीय महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी के उकसाने पर बसपा कार्यकर्ताओं ने दयाशंकर सिंह की बेटी, बहन व पत्नी के लिए अपशब्द कहे। दयाशंकर के परिवारीजनों ने इसके खिलाफ हजरतगंज कोतवाली में एफआइआर दर्ज करायी लेकिन पुलिस ने अभी तक दोषियों की गिरफ्तारी नहीं की है। राज्यपाल से नसीमुद्दीन को विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष से बर्खास्त करने और अपशब्दों का प्रयोग करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की गई। नाईक ने जांच कराकर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। मौर्य ने मायावती से भी मांग की कि वह नसीमुद्दीन को नेता पद से हटाने के साथ ही बसपा से भी निकालें।

सपा-बसपा में मिलीभगत

मौर्य ने कहा कि अंबेडकर प्रतिमा के सामने एक मासूम बच्ची के बारे में बसपाइयों की अभद्र टिप्पणी और इस पूरे घटनाक्रम के लिए नसीमुद्दीन जिम्मेदार हैं। यह देश की हर बेटी का अपमान करने का प्रयास था। उन्होंने आरोप लगाया कि नसीमुद्दीन और उनके सहयोगियों के खिलाफ जो रिपोर्ट लिखायी गई, पुलिस ने उसकी धाराओं को हल्का करने का प्रयास किया। दयाशंकर की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ताबड़तोड़ दबिश दे रही है लेकिन उनके परिवारीजनों की रिपोर्ट में नामजद नसीमुद्दीन लखनऊ में खुलेआम प्रेस कांफ्रेंस करते हैं। यह सपा-बसपा की मिलीभगत उजागर करता है। प्रतिनिधिमंडल में भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष शिव प्रताप शुक्ला, राजवीर सिंह, धर्मपाल सिंह, गोपाल टंडन, महामंत्री विजय बहादुर पाठक, अशोक कटारिया, प्रदेश मंत्री संतोष सिंह आदि शामिल थे।


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