..ये कुतिया कैंसर का पता लगा लेती है
नई दिल्ली। कुत्ते हमेशा से इंसान के सबसे वफादार दोस्त रहे हैं। ऐसे में अगर ये कहा जाए कि आपके ये दोस्त कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी से भी आपको बचा सकते हैं, तो शायद ही आपको यकीन हो। ये हकीकत है कि लंदन में डेजी नाम की एक कुतिया पांच सौ से ज्यादा लोगों में कैंसर का पता लगा चुकी है।
नई दिल्ली। कुत्ते हमेशा से इंसान के सबसे वफादार दोस्त रहे हैं। ऐसे में अगर ये कहा जाए कि आपके ये दोस्त कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी से भी आपको बचा सकते हैं, तो शायद ही आपको यकीन हो। ये हकीकत है कि लंदन में डेजी नाम की एक कुतिया पांच सौ से ज्यादा लोगों में कैंसर का पता लगा चुकी है।
ब्रिटेन में जानवरों के व्यवहार पर काम करने वाली डॉ.क्लेयर गेस्ट की जिंदगी में जब ऐसा मामला सामने आया था, तब वह भी आश्चर्यचकित रह गई थीं। 2009 में क्लेयर की पालतू कुतिया डेजी ने उनके पास आकर अचानक से अजीब व्यवहार करना शुरू कर दिया।
जब क्लेयर ने जांच कराई तो उन्हें पता चला कि उनमें बहुत शुरुआती दौर का कैंसर है। उस समय क्लेयर ने इस बारे में शोध प्रकाशित किया था। हालांकि ज्यादातर विशेषज्ञों ने उनकी इस रिपोर्ट को खारिज कर दिया था। डेजी की मदद से क्लेयर ने पांच सौ से ज्यादा लोगों में कैंसर का पता लगाया है। डेजी ने 93 फीसदी तक सटीक पहचान की।
2010 में जापान के शोधकर्ताओं ने भी माना कि कुत्ते सांस की गंध से कैंसर की पहचान कर लेते हैं। क्लेयर इस समय एक चैरिटी संस्थान में कुत्तों को प्रशिक्षित करती हैं। यहां 12 कुत्तों को प्रशिक्षित किया गया है। इन कुत्तों के जरिए यूरिन सैंपल और ब्रीथ सैंपल से कैंसर का पता लगाया जाता है। वैज्ञानिक अब एक ऐसे कृत्रिम नाक को बनाने के प्रयास में हैं जो कि कुत्तों की तरह सूंघकर कैंसर का पता लगा सके।