अभिनव प्रयोगों ने यादगार बनाया बिहार चुनाव
16वीं विधानसभा के महासमर को अभिनव प्रयोगों के दम पर निर्वाचन आयोग ने यादगार बना दिया। इस चुनाव में मतदाताओं को पहली बार चुनाव चिह्न् के साथ प्रत्याशियों की फोटो देखकर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) का बटन दबाने का मौका मिला। पहली बार वोट देने के बाद ईवीएम से एक
रमण शुक्ला, पटना। 16वीं विधानसभा के महासमर को अभिनव प्रयोगों के दम पर निर्वाचन आयोग ने यादगार बना दिया। इस चुनाव में मतदाताओं को पहली बार चुनाव चिह्न् के साथ प्रत्याशियों की फोटो देखकर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) का बटन दबाने का मौका मिला। पहली बार वोट देने के बाद ईवीएम से एक पर्ची निकली, जिसमें उम्मीदवारों का नाम, क्रमांक व चुनाव चिह्न् दर्ज था। इससे मतदाताओं को यह पता चला कि उसका मत वांछित उम्मीदवार के पक्ष में गया या नहीं।
युवाओं को मतदान के प्रति प्रेरित करने के लिए फेसबुक, टिवट्रर और वाट्स-एप के जरिए शिकायत करने और जानकारी हासिल करने की सुविधाएं मुहैया कराई गईं। पहली बार मतदान केंद्रों को नो स्मोकिंग जोन घोषित किया गया।
फोटो अपडेशन : पहली बार निर्वाचन विभाग ने कई नए एप्स का प्रयोग कर विधानसभा चुनाव को हाइटेक बना दिया। निर्वाचन विभाग की पहल पर चुनाव कर्मियों ने पल-पल की खबर ही नहीं, बल्कि मतदाताओं की फोटो भी खींचकर मतदाता सूची के सर्वर को भेजा। अब मतदाताओं की पुरानी और कम गुणवत्ता वाली फोटो को बदलकर नई फोटो मतदाता सूची में चस्पा कर ली जाएगी। 339 मतदान केंद्रों से एंड्रायड सेलफोन से मतदाताओं की फोटो भेजी गई तो 935 वीडियो कैमरों का इस्तेमाल फोटो अपडेट करने के लिए किया गया। एप्स की मदद से मतदाता सूची अपडेट की गई।
कर्मियों की निगरानी : एप्स की मदद से चुनाव शुरू होने के पूर्व मतदान पार्टी के मतदान केंद्र पर पहुंचने, मतदान सामग्री के मिलने, मतदान पार्टी में शामिल कर्मियों की संख्या, मतदान शुरू होने का समय, यदि मतदान बीच में बाधित हुआ है, तो इसकी जानकारी के साथ-साथ मतदान पार्टी द्वारा मतदान संपन्न कराने तक की सूचना आयोग के नियंत्रण कक्ष को मिलती रही।
पढ़ेंः मोदी का बिहार या फिर नीतीश कुमार... कल दोपहर तक उठ जाएगा पर्दा