शराब छोड़ो मुख्यमंत्री बनाओ : मांझी
मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने दलित व महादलितों को उनकी राजनीतिक ताकत का एहसास कराया और कहा- 'आप सब अगर एकजुट हो जाएं, शराब या ऐसे अन्य व्यसनों से खुद को दूर कर लें, तो आप जिसको कहेंगे, उसी की सरकार बनेगी; वही मुख्यमंत्री होगा।' वे शुक्रवार को गया के आदमपुर गांव में सभा को संबोधित कर रहे थे। मांझी क
पटना (जेएनएन)। मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने दलित व महादलितों को उनकी राजनीतिक ताकत का एहसास कराया और कहा- 'आप सब अगर एकजुट हो जाएं, शराब या ऐसे अन्य व्यसनों से खुद को दूर कर लें, तो आप जिसको कहेंगे, उसी की सरकार बनेगी; वही मुख्यमंत्री होगा।' वे शुक्रवार को गया के आदमपुर गांव में सभा को संबोधित कर रहे थे। मांझी का कहना था कि वे खुद मुख्यमंत्री नहीं बने हैं। उनको मुख्यमंत्री बनाया गया है।
मांझी ने कहा कि दलित-महादलितों ने मुझको मुख्यमंत्री नहीं बनाया है। मैं यह जरूर कहता हूं कि अगर आप लोग एकजुट हो गए, जागरूक हो गए और खुद को तमाम तरह की बुराइयों या आदतों से मुक्त कर लिया तो आप जिसको कहेंगे, चाहेंगे, उसी की सरकार बनेगी। आप की ही इच्छानुसार मुख्यमंत्री बनेगा।
उन्होंने कहा कि अभी महादलितों की आबादी करीब 22 फीसद है। यह बहुत बड़ी ताकत होती है।' उन्होंने अपने हवाले लोगों को शराब नहीं पीने की नसीहत दी। सबको बताया-'मैंने आज तक शराब नहीं पी। आज देखिए मैं कहां हूं?' मुख्यमंत्री ने अपने अपने पैतृक गांव महकार (गया) में अपनों के साथ दीपावली मनाई। बाद में वे पड़ोस के गांव आदमपुर में चल रहे नारायण महाया के समापन समारोह में शामिल हुए। यहीं सभा भी थी। इस समारोह में उन्होंने खुलकर अपने राजनीतिक जीवन के उतार-चढ़ाव के बारे में लोगों को बताया। उन्होंने कहा कि पूर्व में उनकी हत्या की साजिश भी हुई थी, लेकिन उन्होंने साजिशकर्ता को माफ कर दिया। सबको बचाने वाला ईश्वर है। वह ठीक है तो कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। राजनीति में बहुत कुछ नजरअंदाज करना पड़ता है।