जम्मू-कश्मीरः त्रिशंकु विधानसभा के संकेत, समीकरणों की तलाश शुरू
जम्मू-कश्मीर में 87 सीटों पर हुए विधानसभा चुनाव के रुझानों को देखें तो यहां पीडीपी और भाजपा में कड़ी टक्कर दिख रही है। रुझानों के मुताबिक यहां किसी भी पार्टी की सरकार बनती नहीं दिख रही है और त्रिशंकु विधानसभा के संकेत मिल रहे हैं।
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में 87 सीटों पर हुए विधानसभा चुनाव के रुझानों को देखें तो यहां पीडीपी और भाजपा में कड़ी टक्कर दिख रही है। रुझानों के मुताबिक यहां किसी भी पार्टी की सरकार बनती नहीं दिख रही है और त्रिशंकु विधानसभा के संकेत मिल रहे हैं।
भाजपा और पीडीपी के बीच जबरदस्त मुकाबला चल रहा है। जबकि, कांग्रेस और एनसी भी बहुत पीछे नहीं है। ऐसे में नए समीकरण बनाने की कवायद शुरू हो गई है। अलग-अलग बयान आने शुरू हो गए हैं। सबसे अहम बयान पीडीपी के प्रवक्ता नईम अख्तर का अाया है जिन्होंने भाजपा के साथ गठबंधन के संकेत दिए हैं। एक टीवी इंटरव्यू में उन्होंने सलाह दी है कि पीडीपी और भाजपा को एक साथ आना चाहिए। यही नहीं भाजपा और एनसी के गठबंधन के संकेत भी मिल रहे हैं।
आंकड़ों को देखें तो ये लगभग यही स्थिति बन रही है कि जम्मू-कश्मीर मेें भाजपा बहुत मजबूत बनकर उभरी है। पीडीपी के साथ इसकी लगातार टक्कर चल रही है। वहीं साल 2002 से अबतक किंगमेकर की भूमिका निभा रही कांग्रेस हाशिये पर नजर आ रही है। ये पहली बार है कि किसी प्रधानमंत्री ने इस तरह का धुंआधार प्रचार अपनी पार्टी के लिए किया है।