मालामाल होंगे ये भारतीय क्रिकेटर, BCCI ने किया सैलरी में जबरदस्त इजाफा
खिलाड़ियों की मैच फीस और रिटेनर रकम में जबरदस्त इजाफा देखने को मिला है। तीनों ही ग्रेड में खिलाड़ियों को फायदा मिला है।
नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) ने 2016-17 के लिए 32 केंद्रीय अनुबंधित क्रिकेटरों की सालाना रिटनेरशिप फीस दोगुनी कर दी है। खिलाड़ियों की मैच फीस और रिटेनर रकम में जबरदस्त इजाफा देखने को मिला है। तीनों ही ग्रेड में खिलाड़ियों को फायदा मिला है। प्रशासकों की समिति (सीओए) ने खिलाडि़यों की ग्रेड से जुड़ी घोषणा की।
- ये हैं तीनों ग्रेड में शामिल किए गए खिलाड़ी
बीसीसीआइ ने इस बार ग्रेड-A के खिलाड़ियों को वार्षिक रिटेनर रकम के रूप में 2 करोड़ रुपये देने का फैसला किया है जो कि पिछली बार 1 करोड़ रुपये था। ग्रेड-A में विराट कोहली, महेंद्र सिंह धौनी, रविचंद्रन अश्विन, अजिंक्य रहाणे, चेतेश्वर पुजारा, रवींद्र जडेजा और मुरली विजय को रखा गया है। पिछली बार इस ग्रेड में चेतेश्वर पुजारा, जडेजा और विजय का नाम नहीं था। खास नाम है रवींद्र जडेजा का जिन्होंने सीधे ग्रेड-C से ग्रेड-A में छलांग लगाई है।
वहीं, ग्रेड-B के खिलाड़ियों को 1 करोड़ रुपये वार्षिक रिटेनर रकम के रूप में देने का फैसला किया गया है, जो कि पिछली बार 50 लाख रुपये था। इस ग्रेड में बीसीसीआइ ने रोहित शर्मा, लोकेश राहुल, भुवनेश्वर कुमार, मोहम्मद शमी, इशांत शर्मा, उमेश यादव, रिद्धिमान साहा, जसप्रीत बुमराह और युवराज सिंह को रखा है।
इसके अलावा तीसरे यानी ग्रेड-C के खिलाड़ियों को इस बार 50 लाख रुपये मिलेंगे जो कि पिछली बार 25 लाख रुपये था। इस ग्रेड में शिखर धवन, अंबाती रायुडू, अमित मिश्रा, मनीष पांडे, अक्षर पटेल, करुण नायर, हार्दिक पांड्या, आशीष नेहरा, केदार जाधव, युजवेंद्र चहल, पार्थिव पटेल, जयंत यादव, मनदीप, धवल कुलकर्णी, शर्दुल ठाकुर और रिषभ पंत को रखा गया है।
- मैच फीस में भी जबरदस्त बढ़ोतरी
पिछली बार खिलाड़ियों की मैच फीस की तुलना में इस बार की मैच फीस में जबरदस्त बढ़ोतरी देखने को मिली है। पिछली बार एक टेस्ट मैच के लिए खिलाड़ी को 5 लाख रुपये, एक वनडे मैच के लिए 3 लाख रुपये और एक टी20 मैच के लिए 1.5 लाख रुपये निर्धारित किए गए थे। जबकि अब इस रकम को बढ़ा दिया गया है। अब एक टेस्ट मैच के लिए खिलाड़ियों को 15 लाख रुपये, एक वनडे मैच के लिए 6 लाख रुपये और एक अंतरराष्ट्रीय टी20 मैच के लिए 3 लाख रुपये दिए जाएंगे।
- आखिर कैसे जारी होते हैं ग्रेड और केंद्रीय अनुबंध?
केंद्रीय अनुबंध यानी सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट में तीन पायदान निर्धारित होते हैं- ग्रेड- A, B और C.....अनुभव और पिछले एक साल के प्रदर्शन के आधार पर खिलाड़ियों को किसी एक ग्रेड में रखा जाता है। इस अनुबंध की अवधि एक साल की होती है। यहां दो चीजों के बारे में बताना जरूरी है- रिटेनर फीस और मैच फीस।
रिटेनर फीस- ये वो रकम होती है जिसकी घोषणा बोर्ड ने की है। वो रकम जो खिलाड़ियों को उसके ग्रेड के हिसाब से इस साल मिलनी ही है। यानी ए ग्रेड के खिलाड़ी को 2 करोड़ रुपये, बी-ग्रेड के खिलाड़ी को 1 करोड़ रुपये।
मैच फीस- वहीं मैच फीस वो रकम होती है जो कि खिलाड़ियों को हर अंतरराष्ट्रीय मैच में खेलने के लिए मिलती है। चाहे कोई भी ग्रेड का खिलाड़ी हो, मैच फीस सबकी एक समान ही होती है।
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बीसीसीआइ ने राज्य संघों की सदस्यता पर दी सफाई
बीसीसीआइ ने संबद्ध राज्य क्रिकेट संघों की पूर्ण सदस्यता के मुद्दे को लेकर मीडिया में आई खबरों से फैली अस्पष्टता को लेकर स्पष्टीकरण जारी किया है। सीओए ने बुधवार को एक बयान जारी कर कहा है कि मीडिया में ऐसी खबरें आईं कि मुंबई, विदर्भ, सौराष्ट्र और बड़ौदा को अब वोट करने का अधिकार नहीं होगा।
बीसीसीआइ ने इस मुद्दे को स्पष्ट करते हुए अपने संविधान के नियम के तहत आने वाली 30 नामों की सूची का हवाला दिया है, जिसमें संघों के नाम शामिल नहीं हैं, बल्कि राज्यों के नाम शामिल हैं। बयान में कहा गया है, जिन राज्यों में बोर्ड के कई संबद्ध सदस्य हैं वहां पूर्ण सदस्यता हर साल बदली जाएगी। एक समय पर एक ही सदस्य अपने मत का प्रयोग कर सकेगा। यह बदलाव बीसीसीआइ द्वारा बनाई गई नीति के तहत होगा। इस नियम के आधार पर बीसीसीआइ ने कहा है कि महाराष्ट्र और गुजरात की पूर्ण सदस्यता हर साल इन राज्यों में मौजूद संघों के बीच बदलती रहेगी। महाराष्ट्रा, मुंबई और विदर्भ क्रिकेट संघ (इस क्रम के मुताबिक नहीं) को बारी-बारी से वोट देने का अधिकार मिलेगा। इसी तरह, गुजरात, सौराष्ट्र और बड़ौदा क्रिकेट संघ को भी बारी-बारी से वोट करने का आधिकार मिलेगा।