आडवाणी ने की अनिवार्य मतदान की वकालत
भाजपा के वरिष्ठ नेता व लोकसभा चुनाव में गांधीनगर से प्रत्याशी लालकृष्ण आडवाणी ने मतदान नहीं करने वाले नागरिकों से मताधिकार छीन लेने की वकालत की है।
अहमदाबाद [जागरण संवाददाता]। भाजपा के वरिष्ठ नेता व लोकसभा चुनाव में गांधीनगर से प्रत्याशी लालकृष्ण आडवाणी ने मतदान नहीं करने वाले नागरिकों से मताधिकार छीन लेने की वकालत की है। जबकि कांग्रेस ने उन पर पलटवार करते हुए पूछा है कि वोट लेकर पांच साल नहीं दिखने वाले नेताओं के साथ क्या करना चाहिए, उन्हें इस पर भी खुलासा करना चाहिए।
गांधीनगर में चुनाव प्रचार के लिए आए आडवाणी रविवार को अहमदाबाद के सबसे अमीर कर्णावती क्लब में बुद्धिजीवियों के सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि इस चुनाव में मतदान नहीं करने वालों का अगले चुनाव में मताधिकार छीन लेना चाहिए। आडवाणी ने कहा भारत गरीब देश है, इसलिए यहां सजा के तौर पर जुर्माना ना सही लेकिन मताधिकार छीना जा सकता है।
उन्होंने कहा कि दुनिया के कई देशों में अनिवार्य मतदान की व्यवस्था है तथा मतदान नहीं करने पर जुर्माना लगता है। आडवाणी ने कहा, 'मैंने 1952 से चुनाव देखा है। मैंने अन्य देशों की चुनाव प्रक्रिया का भी अध्ययन किया है। मैंने पहले भी देश में मतदान अनिवार्य किए जाने की बात कही है। सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा है कि देश में अनिवार्य मतदान की व्यवस्था होनी चाहिए।'
कांग्रेस प्रवक्ता मनीष दोषी ने आडवाणी के इस बयान पर आपत्ति जताते हुए कहा कि वोट लेकर पांच साल अपने क्षेत्र से नदारद रहने वाले नेताओं के साथ क्या सलूक किया जाए, उन्हें इस पर भी विचार व्यक्त करना चाहिए था। गौरतलब है कि आडवाणी गांधीनगर से लगातार चुनाव जीतते आ रहे हैं, लेकिन वह स्थायी तौर पर दिल्ली में रहते हैं। इसलिए कांग्रेस ने उनके समक्ष यह सवाल उठाया है।