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दुनिया के दो सबसे बड़े देशों की राजधानियां स्मॉग की चपेट में, जानिए क्यों?

राष्ट्रीय राजधानी में हवा की गुणवत्ता खतरनाक स्तर तक पहुंची, चीन की राजधानी में लोगों को घरों के अंदर रहने की सलाह।

By Sanjeev TiwariEdited By: Published: Mon, 30 Nov 2015 07:50 PM (IST)Updated: Mon, 30 Nov 2015 08:41 PM (IST)
दुनिया के दो सबसे बड़े देशों की राजधानियां स्मॉग की चपेट में, जानिए क्यों?

नई दिल्ली। जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभावों से निपटने के कारगर उपाय खोजने के लिए एक ओर जहां पेरिस में दुनिया भर के नेता जुटे हैं, वहीं दूसरी ओर जनसंख्या के लिहाज से विश्व के दो सबसे बड़े देशों (चीन और भारत) की राजधानी सोमवार को गहरे स्मॉग (धुंध और धुएं का मिश्रण) की चपेट में थी। बीजिंग और दिल्ली में हवा की गुणवत्ता खतरनाक स्तर तक पहुंच गई है। बीजिंग में तो लोगों को घरों के अंदर रहने की सलाह दी गई है।

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भारत और चीन में दुनिया की कुल आबादी की एक तिहाई से ज्यादा लोग रहते हैं। चीन प्रदूषण को लेकर पहले ही आरेंज श्रेणी (दूसरा सबसे खतरनाक स्तर) का अलर्ट जारी कर चुका है। सवा दो करोड़ की आबादी वाले बीजिंग में स्मॉग के चलते यातायात के अलावा आम जनजीवन भी बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। बीजिंग के कुछ हिस्सों में तो वायु गुणवत्ता सूचकांक का स्तर पांच सौ तक पहुंच गया है। यह अधिकतम स्तर है।

पर्यावरण संरक्षण मंत्रालय ने बताया है कि खराब मौसम के चलते वायु प्रदूषण की स्थिति खराब हुई है। उत्तरी चीन में सर्दियों के मौसम में अक्सर यह समस्या सामने आती है, जब ठंड से निजात पाने के लिए लोग विभिन्न तरह के तरीके अपनाते हैं। साथ ही इस मौसम में हवा की गति भी बहुत मंद हो जाती है जिसके चलते प्रदूषित वायु लंबे समय तक बनी रहती है।

दिल्ली में भी हालात बदतर

नई दिल्ली में भी वायु प्रदूषण की स्थिति गंभीर हो चुकी है। अमेरिकी दूतावास के निगरानी केंद्र के मुताबिक यहां के हवा की गुणवत्ता सूचकांक 372 है। इसे खतरनाक माना जाता है। धुंध एवं धुएं के चलते दृश्यता कम होकर तकरीबन 200 मीटर तक पहुंच गई है। 1.60 करोड़ की आबादी वाले शहर नई दिल्ली में भी सर्दियों के मौसम में वायु प्रदूषण की स्थिति भयावह हो जाती है। हालांकि, भारत सरकार की ओर से कोई चेतावनी जारी नहीं की गई है।

शांदोंग में दो सौ एक्सप्रेस-वे बंद

स्मॉग के चलते चीन के शांदोंग प्रांत में दो सौ से ज्यादा एक्सप्रेस-वे को बंद कर दिया गया है। प्रांत में दृश्यता का स्तर दो सौ मीटर से भी कम तक पहुंच गया है। शांदोंग में इस साल वायु प्रदूषण की यह सबसे खराब स्थिति है। मौसम केंद्र के मुताबिक यह स्थिति फिलहाल बनी रहेगी। हालात को देखते हुए यलो अलर्ट जारी किया गया है।


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