विमानन मंत्रालय ने रिजिजू को दी क्लीन चिट
विमान देरी मामले में विमानन मंत्रालय ने गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू को क्लीन चिट दे दी है।
संजय सिंह, नई दिल्ली। विमान देरी मामले में विमानन मंत्रालय ने गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू को क्लीन चिट दे दी है। मंत्रालय की जांच में एयर इंडिया की गलती पाई है, जिसमें दोषी कर्मचारियों पर गाज गिर सकती है। दूसरी ओर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के मामले में निर्णय उनकी न्यूयार्क से वापसी के बाद लिया जाएगा।
विमानन मंत्रालय ने प्रधानमंत्री कार्यालय को लिखा है कि 24 जून को लेह से दिल्ली की फ्लाइट (एआइ 446) में विलंब में रिजिजू और जम्मू-कश्मीर के उप मुख्यमंत्री निर्मल सिंह की कोई गलती नहीं थी।
इन दोनों को तो इस बात का आभास तक नहीं था कि उनके लिए एयर इंडिया के अधिकारियों ने विमान में पहले से बैठे भारतीय विदेश सेवा से जुड़े एक अधिकारी के परिवार के तीन सदस्यों, (जिनमें एक बच्चा भी था) से सीटें खाली करवाई थीं।
इस मामले में एयर इंडिया स्टाफ की गलती थी जिसने फ्लाइट को प्रीपोन कर दिया था।यह मामला 29 जून को मुंबई में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को लेकर घटित इसी तरह की घटना के बाद प्रकाश में आया था। फडणवीस पर भी एयर इंडिया की मुंबई-न्यूयॉर्क फ्लाइट लेट कराने का आरोप लगा था।
फडणवीस ने भी स्वयं को निर्दोष बताते हुए आरोपों को गलत बताया था और लौटने के बाद कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी थी। सूत्रों के अनुसार विमानन मंत्रालय ने इस प्रकरण की भी जांच लगभग पूरी कर ली है। लेकिन इसे फडणवीस के स्वदेश लौटने के बाद अंतिम रूप दिया जाएगा। वैसे अब तक की जांच में फडणवीस के भी पाक-साफ होने के संकेत मिले हैं। जबकि एयर इंडिया की भी खास गलती नहीं पाई गई है। एक अधिकारी के मुताबिक फडणवीस मामले में उड़ान में विलंब के लिए व्यक्तियों के बजाय परिस्थितियां ज्यादा जिम्मेदार थीं। उस रोज फडणवीस अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ न्यूयॉर्क जा रहे थे।
मुख्यमंत्री और प्रतिनिधिमंडल के अन्य सदस्य बोर्डिंग गेट पार कर विमान की ओर बढ़ चुके थे। जबकि प्रधान सचिव प्रवीण परदेशी को पासपोर्ट पर वीसा न होने के कारण रोक लिया गया था। उनके जिस पुराने पासपोर्ट पर वीसा लगा था उसे वह घर पर भूल आए थे और उन्होंने एयर इंडिया स्टाफ से पासपोर्ट आने तक इंतजार करने का अनुरोध किया था।
ड्यूटी मैनेजर ने इसकी सूचना ईमेल के जरिए एयर इंडिया के उच्च अधिकारियों को दी और बताया कि यदि अब मुख्यमंत्री, प्रतिनिधिमंडल व सामान को उतारा गया तो भी फ्लाइट डिले होगी। लिहाजा उच्चाधिकारियों ने इंतजार करने की अनुमति दे दी। हालांकि इसके बाद पासपोर्ट तो जल्दी आ गया, परंतु लाइन में लगी दूसरी उड़ानों के कारण एयर इंडिया फ्लाइट को काफी देर बाद एटीसी से अनुमति मिली।