अप्रैल-जून के बीच इन 10 शहरों में 9 फीसदी महंगे हुए मकान
आरबीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रॉपर्टी की कीमतों में सबसे ज्यादा इजाफा कानपुर में हुआ। वहां मकानों के दाम औसतन 18.2 फीसदी बढ़े। इसके उलट चेन्नई में मकानों के दाम सबसे ज्यादा घटे।
नई दिल्ली, एजेंसी। अप्रैल-जून तिमाही में मकानों की औसत कीमतें 8.7 फीसदी बढ़ी हैं। रिजर्व बैंक के मुताबिक, यह इजाफा देश के 10 प्रमुख शहरों में 1 साल पहले की कीमतों के मुकाबले हुआ है। हालांकि पिछली तिमाही के मुकाबले ग्रोथ कम रही है, क्योंकि तब सालाना ग्रोथ 10.4 फीसदी थी।
आरबीआई ने हाल ही में वित्त वर्ष 2017-18 की पहली तिमाही के लिए हाउसिंग प्राइज इंडेक्स (एचपीआई) जारी किया है। यह 10 शहरों में आवास पंजीकरण प्राधिकरणों से प्राप्त लेन-देन के आंकड़ों पर आधारित है। इन 10 शहरों में मुंबई, दिल्ली, चेन्नई, कोच्चि, कोलकाता, बेंगलुरू, लखनऊ, अहमदाबाद, जयपुर और कानपुर शामिल हैं।
आरबीआई की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि 'ऑल इंडिया एचपीआई' ने सालाना आधार पर 8.7 फीसदी ग्रोथ दिखाई है। पिछली तिमाही में यह 10.4 फीसदी थी और एक साल पहले 7.3 फीसदी रही थी। रिजर्व बैंक की ओर से बताया गया कि चेन्नई और कोच्चि को छोड़कर अन्य सभी शहरों में मकानों के दाम बढ़े हैं।
कानपुर में सबसे ज्यादा बढ़े दाम
आरबीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रॉपर्टी की कीमतों में सबसे ज्यादा इजाफा कानपुर में हुआ। वहां मकानों के दाम औसतन 18.2 फीसदी बढ़े। इसके उलट चेन्नई में मकानों के दाम सबसे ज्यादा घटे। वहां औसतन 11.2 फीसदी गिरावट दर्ज की गई। यह शहरवार आवासीय कीमतों में विभिन्नता का संकेत देता है। तिमाही दर तिमाही आधार पर ऑल इंडिया हाउसिंग इंडेक्स में महज 3.8 फीसदी तेजी दर्ज की गई। 10 शहरों में से 8 में हालिया तिमाही में मकानों के दाम बढ़ने के संकेत हैं।
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