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उत्तर प्रदेश विधानसभा 2017: जानें, भाजपा की जीत के 10 बड़े कारण

उत्तर प्रदेश 2017 विधानसभा चुनाव में भाजपा ने पीएम मोदी की लोकप्रियता का जबर्दस्त फायदा उठाते हुए रिकॉर्ड जीत दर्ज की।

By Ravindra Pratap SingEdited By: Published: Sun, 12 Mar 2017 02:57 PM (IST)Updated: Sun, 12 Mar 2017 04:17 PM (IST)
उत्तर प्रदेश विधानसभा 2017: जानें, भाजपा की जीत के 10 बड़े कारण

नई दिल्ली(जेएनएन)। उत्तर प्रदेश विधानसभा 2017 का यह चुनाव भाजपा के लिए बेहद खास रहा। इस चुनाव में भाजपा ने साल 2014 के आम चुनावों की तरह जोरदार प्रदर्शन दोहराया। उत्तर प्रदेश में भाजपा ने पीएम मोदी की लोकप्रियता का जबर्दस्त फायदा उठाते हुए रिकॉर्ड जीत दर्ज की। इस चुनाव में भाजपा ने प्रदेश की बड़ी बाधाओं को पार कर रिकॉर्ड जीत हासिल की।

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पूरे चुनावों के दौरान भाजपा के इस प्रदर्शन से सभी विरोधियों और राजनीतिक पंडितों को चौंका दिया। इस चुनाव में भाजपा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए रिकॉर्ड 325 सीटों पर जीत दर्ज की। आइये एक नजर डालते हैं इस चुनाव में भाजपा की जीत के 10 बड़े कारणों पर।

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1- पार्टी ने टिकट वितरण में होशियारी से काम लिया और यादव उम्मीदवारों के अलावा ओबीसी के 130 से ज्यादा कैंडिडेट्स को मैदान में उतारा।
2- पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने गैर जाटव दलितों को ज्यादा टिकट दिया जिनमें से 25 पासी उम्मीदवार और 9 उम्मीदवारों का धोबी समुदाय से संबंध था। पार्टी द्वारा पहले ही केशव प्रसाद मौर्या के रूप में एक ओबीसी नेता को राज्य का अध्यक्ष बनाने का निर्णय लिया जाना।
3- भाजपा ने केन्द्रीय मंत्रिमंडल में गैर जाटव दलितों और पिछड़े वर्ग के नेताओं जैसे कृष्णा राज, साध्वी निरंजन ज्योति और अपना दल की अनुप्रिया पटेल को जगह देकर भी पार्टी ने यूपी फतह की राह आसान की।
4- भाजपा ने यूपी विधानसभा चुनाव से पहले स्वामी प्रसाद मौर्य और आर के चौधरी जैसे प्रभावशाली बसपा नेताओं को अपने पाले में लेकर बसपा को केवल दलितों की पार्टी का तमगा दे दिया और यही रणनीति सीएम अखिलेश के साथ भी की गयी उन्हें केवल यादवों पर निर्भर पार्टी के तरह से देखा गया।
5- भाजपा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को डिमॉनीटाइजेशन और सर्जिकल स्ट्राइक जैसी निर्णायक कार्रवाईयों पर एक सक्षम नेता के रूप में प्रोजेक्ट किया। जिसका प्रत्यक्ष लाभ उन्हें यूपी विधानसभा चुनावों में मिला।
6- भाजपा ने सत्ता में आने के बाद तेजी से कल्याणकारी योजनाओं जैसे उज्जवाला योजना, शौचालयों के लिए सब्सिडी, यूरिया की बेहतर आपूर्ति, कृषि ऋण छूट और ब्याज मुक्त ऋण योजनाओं पर काम किया।
7- पीएम मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने उत्तर प्रदेश में सपा सरकार की असमानताओं जैसे मुस्लिम और यादवों की तरफ झुकाव का विरोध किया रोजगार में भी इस सरकार ने इस विशेष समुदाय की ज्यादा सुनवाई थी जिसका भाजपा ने कड़ा विरोध किया।
8- हिन्दुओं से किये गए छोटे-छोटे वादों को पूरा करना। तकनीकि गबनखोरों और एंटी रोमियो स्क्वॉयड का गठन करना।

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9- भाजपा का मुस्लिम प्रत्याशियों को उम्मीदवार नहीं बनाना भी उनकी जीत का एक बड़ा कारण रहा है। इस फैसले से भाजपा एक हिंदुत्ववादी पार्टी के रूप में उभरकर सामने आयी।
10-भाजपा ने अपने मुख्यमंत्री का चेहरा नहीं दिया क्यों कि भाजपा नहीं चाहती थी कि किसी भी विकल्प में जाति प्रतिद्वंद्विता पार्टी में दिखाई दे। पार्टी ने अपना पूरा फोकस पीएम मोदी पर बनाए रखा, और पीएम मोदी की वाराणसी और अन्य रैलियों की मदद से पार्टी को लगभग 50 सीटों का फायदा हुआ


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