''अवैध'' संबंधों के लिए बनी साइट एशले मेडिसन के ग्राहक बढ़े
अगर आप सोचते हों कि विवाहेत्तर संबंधों के बारे में जानकारी सार्वजनिक होने पर लोग अब भी शर्मिंदा होते हैं तो शायद आप गलत हैं। विवाहेत्तर संबंधों को बढ़ावा देने वाली वेबसाइट एशले मेडिसन की सेवा लेने वाले ग्राहकों की संख्या पहले से भी बढ़ गई है।
नई दिल्ली। अगर आप सोचते हों कि विवाहेत्तर संबंधों के बारे में जानकारी सार्वजनिक होने पर लोग अब भी शर्मिंदा होते हैं तो शायद आप गलत हैं। विवाहेत्तर संबंधों को बढ़ावा देने वाली वेबसाइट एशले मेडिसन की सेवा लेने वाले ग्राहकों की संख्या पहले से भी बढ़ गई है।
अभी अगस्त में इस वेबसाइट को एक ग्रुप ने हैक कर लिया था। इसने अपने को इम्पैक्ट टीम नाम दिया था। वैसे, यह कोई समाज में विवाहेत्तर संबंधों के खिलाफ उठाया गया कदम नहीं था। दरअसल, यह ग्रुप चाहता था कि कंपनी उनलोगों के नाम और विवरण इस वेबसाइट से हटा दे जिन्होंने ऐसा किए जाने की इच्छा प्रकट करते हुए भुगतान तक किया है।
किनके नाम सामने आए
हैकर्स ने पहले चेतावनी दी। फिर भी नाम न हटाए जाने पर उनलोगों ने लाखों लोगों के विवरण सार्वजनिक कर दिए थे। तब लोगों को पता लगा था कि भारत में भी इसके ग्राहक हैं। उस वक्त देश-विदेश के कई उच्चाधिकारियों के नाम भी सामने आए थे।
इनमें कुछ देशों के रक्षा विभागों के अधिकारियों और वैज्ञानिकों के नाम तक थे। एक ब्रिटिश सांसद का नाम भी चर्चा में था। हैकर्स ने नाम, पता, आयु, फोन नंबर, बैंक कार्ड विवरण और उनकी यौन आदतों के बारे में भी जानकारी जारी की थी।
यह बेअसर ही रहा
शुरू में लगा कि इस वेबसाइट की ग्राहकी पर काफी असर होगा और नए लोग तो अपने नाम रजिस्टर नहीं ही कराएंगे। लेकिन तब ही कंपनी ने कहा था कि ऐसा कुछ नहीं होने वाला। जिस वक्त हैकिंग हुई थी, उस वक्त 3 करोड़ 70 लाख लोग रजिस्टर्ड थे।
अब कंपनी ने बताया है कि 4 करोड़ 30 लाख से अधिक लोग रजिस्टर्ड हैं। वैसे, कंपनी अपने सदस्यों की संख्या बढ़ने संबंधी मीडिया के सवालों का अभी जवाब नहीं दे रही है।
कैसे होता है रजिस्ट्रेशन
इस पर महिलाएं अपना नाम निःशुल्क रजिस्टर करा सकती हैं। लेकिन पुरुषों को लगभग 3,837 रुपये का भुगतान करना पड़ता है। इसके बाद सेवा का शुल्क अलग है। वैसे, कंपनी कहती है कि उसके ग्राहक की प्रोफाइल सही है या नहीं, इस बारे में वह कोई गारंटी नहीं देती।