UP Election Results 2017: अब सरपट दौड़ेगी केंद्र में मोदी सरकार
यूपी विधानसभा चुनावों के अब तक के रुझानों से साफ है कि केंद्र में मोदी सरकार को नीतिगत फैसलों को अमलीजामा पहुंचाने में दिक्कत नहीं आएगी।
नई दिल्ली(जेएनएन)। यूपी विधानसभा चुनाव 2017 को राजनीतिक हल्कों में सेमीफाइनल के रूप में देखा जा रहा था। यूपी के अब तक के रुझानों से साफ हो चुका है कि भाजपा ने प्रदेश के सभी कोनों में अपनी जीत का परचम लहरा दिया है। ये बात सच है कि ये चुनाव यूपी की भौगोलिक सीमाओं तक सिमटा हुआ था। लेकिन इसके असर से राष्ट्रीय राजनीति अछूती नहीं रहेगी। 2014 के चुनाव परिणामों ने केंद्र की सत्ता से यूपीए को बेदखल कर दिया था। केंद्र की राजनीति में एक नई शक्ति का उदय हुआ जो लोकसभा में तो मजबूत थी, लेकिन राज्यसभा में संख्या बल की कमी से एनडीए सरकार को नीतिगत फैसले लेने में अड़चनों का सामना करना पड़ता था। आइए आप को बताते हैं कि भाजपा की जीत मोदी सरकार के लिए क्यों जरूरी थी।
यूपी में भाजपा की जीत से राज्यसभा में मोदी सरकार मजबूत होगी। राज्यसभा में भाजपा के ताकतवर होने से उन विधेयकों को पारित कराने में मदद मिलेगी जिस पर विरोधी दल अड़चन लगाते रहते थे।
यूपी और उत्तराखंड में भाजपा की जीत से सबसे बड़ा असर 2017 में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव पर होगा। भाजपा की अगुवाई वाली एनडीए सरकार अपनी मर्जी के मुताबिक राष्ट्रपति उम्मीदवार का चयन कर सकेगी।
8 नवंबर 2016 को नोटबंदी के ऐतिहासिक फैसले के बाद विरोधी दलों के नेता सड़क से लेकर सदन तक ये हंगामा मचाते रहे है कि गरीबों की कीमत पर मोदी सरकार अमीरों को फायदा पहुंचा रही है। विपक्षी नेता ये कहते रहे कि फरवरी 2017 में होने वाले चुनाव मोदी सरकार के लिए जनमत संग्रह साबित होेंगे। लेकिन रुझानों से जो परिणाम सामने आ रहे हैं, उससे साफ है कि जनता ने विपक्ष के आरोपों को नकार दिया है।