वित्तमंत्री को उम्मीद आने वाले समय में देश में बढ़ेगा निजी निवेश
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के 140 वर्ष पूरे होने पर आयोजित एक कार्यक्रम में वित्तमंत्री अरुण जेटली ने आने वाले समय में देश में निजी निवेश बढ़ने की उम्मीद जताई है।
नई दिल्ली (जागरण ब्यूरो)। लंबित आर्थिक सुधारों को लागू करने व विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (एफडीआइ) की नीति उदार बनाने के बाद सरकार आने वाले समय में देश में निजी निवेश बढ़ने की उम्मीद कर रही है। वित्त मंत्री अरुण जेटली का कहना है कि हाल के वर्षो में देश के विकास में सार्वजनिक निवेश और एफडीआइ की अहम भूमिका रही है लेकिन निजी निवेश का सर्वश्रेष्ठ दौर अभी आना बाकी है। जेटली ने महंगे कर्ज का जिक्र करते हुए बचत पर मिलने वाले उच्च ब्याज दर को लेकर सवाल भी उठाए हैं।
उनका कहना है कि बचत पर उच्च ब्याज दरों से कर्ज महंगा हो जाता है जिससे अर्थव्यवस्था में सुस्ती आती है।जेटली ने यह बात शनिवार को यहां बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के 140 वर्ष पूरे होने पर आयोजित एक कार्यक्रम में कही। जेटली ने कहा कि देश में औद्योगिक और ढांचागत अभाव को दूर करने के लिए दीर्घावधि तक खासे निवेश की जरूरत होगी। उन्होंने कहा कि इस काम में निजी कंपनियों और पीपीपी क्षेत्र की अहम भूमिका होगी। जेटली ने कहा कि भारत ने पिछले कुछ वर्षो में सार्वजनिक निवेश और विदेशी प्रत्यक्ष निवेश की मदद से अच्छी प्रगति की है लेकिन निजी क्षेत्र के निवेश का सर्वश्रेष्ठ दौर अभी आना बाकी है।
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उन्होंने कहा कि अक्सर निजी निवेश में सुस्ती की वजह मांग के अभाव को बताया जाता है। जेटली ने उम्मीद जतायी इस बार मानसून बेहतर रहने से गांव और शहरों में मांग में वृद्धि होगी जो निजी क्षेत्र के लिए एक अच्छा अवसर होगा।महंगे कर्ज का जिक्र करते हुए जेटली ने कहा कि भारत में घरेलू बचत का प्रतिशत काफी अधिक है। ऐसे में सवाल उठता है कि घरेलू बचत का निवेश ऐसी जगह किया जाए जहां रिटर्न ज्यादा मिले, जिससे ब्याज दरें ऊंची रहें, कर्ज महंगा हो और अर्थव्यवस्था में सुस्ती आए या फिर इसका निवेश फंड्स, बान्ड्स अैर शेयरों में किया जाए जिसका इस्तेमाल आर्थिक गतिविधियों के लिए होता है।
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जेटली ने कहा कि सभी आर्थिक गतिविधियों के लिए निवेश जरूरी है। वित्त मंत्री ने इस मौके पर बीएसई पर एक डाक टिकट भी जारी किया। उन्होंने कहा कि बीएसई एक महत्वपूर्ण संस्थान है। उन्होंने उम्मीद जताई कि बीएसई और एनएसई दोनों भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार रहेंगे। जेटली ने कहा कि स्टॉक एक्सचेंजों ने अर्थव्यवस्था में संपत्ति सृजन में सहयोग किया है। उन्होंने कहा कि दुनियाभर में आर्थिक कायापलट में शेयर बाजारों ने अहम भूमिका निभायी है।
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