सेना के हवलदार ने अकेले मार गिराए तीन आतंकी
बॉर्डर से लगते नौगाम सेक्टर के पास तूतमार गली में सेना के हलवदार हांगपान दादा ने अलेक ही तीन घुसपैठिए को मार गिराया जबकि चौथे के मारते हुए शहीद हो गए।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : सीमा के साथ सटे नौगाम सेक्टर में समुद्रतल से करीब 13 हजार फुट की ऊंचाई पर स्थित तूतमार गली में सेना के हवलदार हांगपान दादा ने अकेले ही आमने-सामने की लड़ाई में तीन घुसपैठियों को ढेर कर दिया और चौथे आतंकी को मार गिराने के दौरान शहादत पाई।
गत गुरुवार को गुलाम कश्मीर की तरफ से स्वचालित हथियारों से लैस आतंकियों का एक दल भारतीय सीमा में घुस आया था। नौगाम सेक्टर में तूतमार गली में इन घुसपैठियों को सेना के एक गश्तीदल ने देख लिया और उसके बाद वहां मुठभेड़ शुरू हो गई थी। सुदूर पूर्वाेत्तर भारत में अरुणाचल प्रदेश के बदौरिया गांव में दो अक्तूबर 1979 को जन्में हवलदार हांगपान दादा की अगुआई वाली प्लाटून ने इन घुसपैठियों को मुठभेड़ में उलझा लिया। घुसपैठिए घनी झाडि़यों की ओट लेते हुए ऊंचाई पर थे।
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स्थिति मुश्किल थी, लेकिन अपने साथियों में दादा के नाम से पुकारे जाने वाले हांगपान ने उन्हें आगे जाकर मार गिराने फैसला किया। वह 1997 में असम रेजीमेंट में भर्ती हुए थे। उनके साथियों ने बताया कि हांगपान ने तीन घुसपैठियों को बिल्कुल आमने सामने चली गोलियों मे मार गिराया, लेकिन शुक्रवार सुबह जब वह चौथे आतंकी को मार गिराने के लिए आगे बढ़े तो गंभीर रूप से जख्मी हो गए। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही वह चल बसे। इस बीच, चौथे आतंकी को उसके साथियों ने जल्द ही ढेर कर दिया।
उत्तरी कश्मीर स्थित सेना की 19 इंफेंट्री डिव के जीओसी मेजर जनरल जेएस नैयन ने हांगपान दादा की बहादुरी की सराहना करते हुए कहा कि वह सुबह से ही मोर्चे पर डटा हुआ था। तीन घुसपैठियों को उसने ही मार गिराया। उसका साहस, बलिदान और कर्तव्यनिष्ठा हम सभी के लिए प्रेरणादायक है।
दूसरे मुठभेड़ में दो आतंकी मारे गए
श्रीनगर-गुलमर्ग मार्ग पर टंगमर्ग में भी शुक्रवार को हुई एक भीषण मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने हिज्ब के दो आतंकियों को मार गिराया। इस दौरान दो सैन्यकर्मी भी घायल हो गए। हिज्ब आतंकी महराज अहमद बट और सोपोर निवासी आदिल अहमद अपने एक संपर्क सूत्र से मिलने बीती रात टंगमर्ग के पास खोंचपोरा में आए थे। इसका पता चलते ही सुरक्षाबलों ने आतंकी ठिकाना बने गुलाम नबी डार के मकान को चारों तरफ से घेर लिया। सुबह छह बजे मुठभेड़ शुरू हई। मकान में छिपे दोनों आतंकियों को आत्मसमर्पण के लिए कई बार कहा गया, लेकिन उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी।