एक सप्ताह पहले हुई थी शादी, अब एक ही चिता पर विदा हुए अर्जुन और वंदना
कटड़ा हेलीकॉप्टर हादसे में मारे गए नवदंपति अर्जुन और वंदना एक चिता पर दुनिया से हमेशा के लिए विदा हो गए। मंगलवार को दोनों के शवों का एक साथ अंतिम संस्कार किया। इस दौरान जम्मू-कश्मीर के उप मुख्यमंत्री निर्मल सिंह, सांसद जुगल किशोर शर्मा समेत सैकड़ों लोग मौजूद रहे।
जम्मू। कटड़ा हेलीकॉप्टर हादसे में मारे गए नवदंपति अर्जुन और वंदना एक चिता पर दुनिया से हमेशा के लिए विदा हो गए। मंगलवार को दोनों के शवों का एक साथ अंतिम संस्कार किया। इस दौरान जम्मू-कश्मीर के उप मुख्यमंत्री निर्मल सिंह, सांसद जुगल किशोर शर्मा समेत सैकड़ों लोग मौजूद रहे। वायुसेना की विशेष टुकड़ी ने दोनों को सलामी दी। एयरफोर्स में कार्पोरल अर्जुन सिंह मौजूदा समय मे बरेली में तैनात थे।
मंगलवार सुबह साढ़े 11 बजे नवदंपती के शव उनके घर से निकले तो हर एक आंख आंसुओं से भर गई। अर्जुन की मां और बहन का रो-रोकर बुरा हाल था। घर के बाहर लोगों का तांता इस कदर लग चुका था कि नवदंपती के शवों को वहां से निकालना भी मुश्किल हो रहा था। अर्जुन और वंदना 18 नवंबर को ही विवाह बंधन में बंधे थे। 19 नवंबर को उनकी शादी की रिसेप्शन धूमधाम के साथ दी गई थी। जो लोग चार दिन पहले अर्जुन और वंदना की शादी में शामिल हुए थे, वही उन्हें नम आंखों से अंतिम विदाई दे रहे थे। उन्हें यकीन ही नहीं हो रहा था कि दोनों उन्हें हमेशा के लिए छोड़ कर जा चुके हैं। गौरतलब है कि सोमवार को हुए हेलीकॉप्टर हादसे में सात लोगों की मौत हो गई थी।
महिला पायलट का शव बहन को सौंपा
हेलीकॉप्टर हादसे में मारी गई महिला पायलट सुमिता विजयान के शव को पुलिस ने उसकी बहन को सौंप दिया। पुलिस सुमिता की बहन को उस होटल के कमरे में भी ले गई, जिसमें वह रहती थीं। सुमिता का शव लेने उसकी बहन सुनीता सिलीगुड़ी से मंगलवार सुबह कटड़ा पहुंची। कटड़ा अस्पताल में पायलट के शव का पोस्टमार्टम करवा कर उसके पैतृक घर तिरुअनंतपुरम भेजने के लिए हिमालय हेली सर्विस के अधिकारियों को सौंप दिया गया। इसके बाद जम्मू से दिल्ली जाने वाले विमान से पायलट के शव को दिल्ली भेजा गया।