Move to Jagran APP

दो बेटियों की मां अंशु ने पांच दिन में दो बार एवरेस्ट फतह कर बनाया व‌र्ल्ड रिकॉर्ड

अंशु ने नेपाली पर्वतारोही फूरी शेरपा के साथ शुक्रवार को चढ़ई शुरू की थी। 32 साल की अंशु दो बच्चों की मां हैं।

By Tilak RajEdited By: Published: Mon, 22 May 2017 08:35 AM (IST)Updated: Mon, 22 May 2017 08:35 AM (IST)
दो बेटियों की मां अंशु ने पांच दिन में दो बार एवरेस्ट फतह कर बनाया व‌र्ल्ड रिकॉर्ड
दो बेटियों की मां अंशु ने पांच दिन में दो बार एवरेस्ट फतह कर बनाया व‌र्ल्ड रिकॉर्ड

नई दिल्ली/ईटा नगर, पीटीआइ। पांच दिन में दो बार एवरेस्ट फतह कर अरुणाचल प्रदेश की अंशु जामसेन्पा ने व‌र्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है। वह भारत की पहली महिला बन गई हैं, जिसने पांच बार एवरेस्ट फतह किया है। अंशु ने 21 मई की सुबह 7.45 बजे दुनिया की सबसे ऊंची पर्वत चोटी माउंट एवरेस्ट पर पांचवीं बार तिरंगा फहराया।

loksabha election banner

इससे पहले अंशु ने 16 मई को भी एवरेस्ट फतह किया था। अंशु ने नेपाली पर्वतारोही फूरी शेरपा के साथ शुक्रवार को चढ़ई शुरू की थी। 32 साल की अंशु दो बच्चों की मां हैं। मालूम हो, अंशु मई 2011 में 10 दिन में दो बार माउंट एवरेस्ट चढ़ी थीं। इसके बाद 18 मई 2013 को उन्होंने तीसरी बार फिर इसे फतह किया था।

चीन से एवरेस्ट फतह करने वाली पहली भारतीय महिला बनी अनिता

भारत की एक और बेटी ने नया कीर्तिमान अपने नाम कर लिया है। अनिता कुंडू चीन की तरफ से माउंट एवरेस्ट फतह करने वाली भारत की पहली महिला बन गई हैं। इससे पहले अनिता 18 मई 2013 में नेपाल की तरफ से एवरेस्ट फतह करने वाली पहली महिला बनी थीं। अनिता हरियाणा पुलिस में सब इंस्पेक्टर हैं। वह मध्यमवर्गीय परिवार से आती हैं। 2001 में अनिता के पिता की मृत्यु के बाद उनका परिवार हिसार में रहने लगा।

मां ने दूध बेचकर परिवार को पाला

नौसैनिकों ने भी चूमा एवरेस्ट भारतीय नौसैनिकों की एक टीम ने भी रविवार को माउंट एवरेस्ट के शिखर फतह किया। लेफ्टिनेंट कमांडर विकास महाराणा, लेफ्टिनेंट शशांक तिवारी, लेफ्टिनेंट कमांडर सीएस यादव और लेफ्टिनेंट अनंत कुकरेती ने शनिवार को अंतिम चढ़ाई शुरू की थी और सुबह साढ़े छह बजे तिरंगा लहराया। नौसेना के पर्वतारोहियों ने 50 साल पहले पहली बार शिखर फतह किया था।

अंशु का जोड़ नहीं

16 मई को वह सुबह 9:15 पर एवरेस्ट पर पहुंच गई थीं। अंशु ने पांचवीं बार चढ़ाई शुरू करने से पहले कहा था, 'मेरा अब लक्ष्य माउंट एवरेस्ट पर फिर तिरंगा फहराने और भगवान बुद्ध को नमन करने का है। इसके लिए मैं अपने देशवासियों से आशीर्वाद और समर्थन मांगती हूं।' उनकी सफलता के लिए अरुणाचल प्रदेश के कई मठों और मंदिरों में प्रार्थनाएं आयोजित की गई थीं। तिब्बती आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा ने दो अप्रैल को गुवाहाटी से अंशु को रवाना किया था।

सूत्रों के मुताबिक, चीन की ओर से एवरेस्ट फतह कर भारत की पहली महिला बनना अनिता का सपना था। यही वजह है कि नेपाल की तरफ से फतह करने के बाद उन्होंने चीन की तरफ से दूसरी बार एवरेस्ट मिशन शुरू किया। इसके लिए अनिता ने 8648 मीटर की दुनिया की सबसे ऊंची चोटी को चीन की तरफ से फतह करने के लिए 4 अप्रैल से चढ़ाई शुरू की थी।

इसे भी पढ़ें: अब एवरेस्ट पर चढ़ना चाहती है ये हीरोइन , चुनाव भी लड़ चुकी हैं


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.