उत्तर प्रदेश चुनाव: दूसरे दौर में कितने आपराधिक छवि के उम्मीदवार
दूसरे चरण में 69 विधानसभा सीटों के लिए 92 दलों के 721 प्रत्याशी मैदान में हैं। इसमें 6 राष्ट्रीय, 6 क्षेत्रीय और 80 गैर मान्यता प्राप्त पार्टियां हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में अपराधियों के सहारे प्रदेश को गुंडाराज मुक्त शासन का दावा राजनीतिक दल कर रहे हैं। चुनाव से पहले हर दल दागियों को टिकट नहीं देने का वायदा जनता से करते हैं। परंतु चुनाव आते ही यही दागी नेता पार्टियों की पहली पसंद बन जाते हैं। असोसिएशन फॉर डेमोक्रैटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने उत्तर प्रदेश में द्वितीय चरण के चुनाव प्रत्याशियों की पृष्ठभूमि का ब्योरा जारी किया है। रिपोर्ट के अनुसार दूसरे चरण में सबसे ज्यादा आपराधिक पृष्ठभूमि के उम्मीदवारों को टिकट से समाजवादी पार्टी ने नवाजा है।
दूसरे चरण में 69 विधानसभा सीटों के लिए 92 दलों के 721 प्रत्याशी मैदान में हैं। इसमें 6 राष्ट्रीय, 6 क्षेत्रीय और 80 गैर मान्यता प्राप्त पार्टियां हैं। कुल 719 की पृष्ठभूमि उनके ऐफिडेविट के आधार पर परखी गई। इस चरण के लिए वोट 15 फरवरी को पड़ेंगे। रिपोर्ट के अनुसार 84 उम्मीदवार ऐसे हैं, जिन पर हत्या, हत्या के प्रयास, महिला अत्याचार, अपहरण जैसे गंभीर मुकदमे हैं।
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- 719 में से 107 (15 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किये हैं।
- 84 (12 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने अपने ऊपर गंभीर आपराधिक मामले घोषित किये हैं, जिनमें हत्या, हत्या का प्रयास, अपहरण, महिलाओं के ऊपर अत्याचार से सम्बन्धित अपराध इत्यादि शामिल हैं।
- 6 उम्मीदवारों ने अपने ऊपर हत्या (आईपीसी-302) से सम्बन्धित मामले घोषित किये है।
- 15 उम्मीदवारों ने अपने ऊपर हत्या का प्रयास (आईपीसी-307) से सम्बन्धित मामले घोषित किये है।
- 5 उम्मीदवारों ने अपने ऊपर महिलाओं के ऊपर अत्याचार से सम्बन्धित मामले घोषित किये है।
- 7 उम्मीदवारों ने अपने ऊपर अपहरण से सम्बन्धित मामले घोषित किये है।
- भाजपा के 67 में से 16 (24 प्रतिशत),बसपा के 67 में से 25 (37 प्रतिशत), रालोद के 52 में से 6 (12 प्रतिशत), सपा के 51 में से 21 (41 प्रतिशत),कांग्रेस के 18 में से 6 (33 प्रतिशत) 206 में से 13 (6 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामलें घोषित किये हैं।
- बसपा के 67 में से 17 (25 प्रतिशत), भाजपा 67 में से 10 (15 प्रतिशत),रालोद के 52 में से 6 (12 प्रतिशत), सपा के 51 में से 17 (33 प्रतिशत), कांग्रेस के 18 में से 4 (22 प्रतिशत) 206 में से 12 (6 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने अपने ऊपर गंभीर आपराधिक मामलें घोषित किये हैं।
- उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव 2017 के दूसरे चरण में 15 निर्वाचन क्षेत्र ऐसे है जहां राजनीतिक दलों के कम से कम 3 उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किये हैं। (’संवेदनशील निर्वाचन क्षेत्र वे हैं जहां 3 या 3 से अधिक ऐसे उम्मीदवार हैं जिन्होने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किये है)।