केंद्रीय कैबिनेट में फेरबदल की अटकलों के बीच अमित शाह का तमिलनाडु दौरा टला
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने देशभर में 95 दिवसीय दौरा करने का कार्यक्रम बनाया है। उनके दौरे का नया कार्यक्रम बाद में घोषित किया जाएगा।
चेन्नई/नई दिल्ली, एजेंसी। केंद्रीय कैबिनेट में फेरबदल की अटकलों के बीच भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का मंगलवार से तीन दिनी तमिलनाडु दौरा टल गया है। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने अपना नाम जाहिर नहीं करने का आग्रह करते हुए बताया कि 'उन्होंने (शाह ने) अपना दौरा इसलिए टाला है कि आगामी दिनों में उनका राष्ट्रीय राजधानी में रहना ज्यादा महत्वपूर्ण है।' उधर तमिलनाडु में भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष टी. सुंदरराजन ने कहा कि दिल्ली में आज (सोमवार को) पार्टी मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक के लिए शाह ने दौरा टाला है और उसके बाद भी अन्य महत्वपूर्ण बैठकों में उनके मौजूद रहने की जरूरत होगी।
मालूम हो कि अमित शाह ने देशभर में 95 दिवसीय दौरा करने का कार्यक्रम बनाया है। उनके दौरे का नया कार्यक्रम बाद में घोषित किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि यह दूसरा मौका है कि शाह ने इस दक्षिणी राज्य का दौरा टाला है। इसके पहले उन्होंने मई में तमिलनाडु का दौरा टाला था। लोकसभा में तमिलनाडु से भाजपा का एक सांसद है, जबकि 234 सदस्यीय विधानसभा में पार्टी का कोई विधायक नहीं है। पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता के निधन के बाद अन्नाद्रमुक भी दो फाड़ हो गई थी। अब दोनों ही धड़े एक हो गए हैं और बताया जाता है कि इसमें भाजपा की भूमिका रही है।
वैसे, भाजपा के सूत्र केंद्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल की संभावना से इनकार नहीं कर रहे हैं, जिसके तहत नीतीश कुमार नीत जदयू के सदस्यों को मंत्रिमंडल शामिल किया जा सकता है। केंद्रीय मंत्री तथा रालोसपा के नेता उपेंद्र कुशवाह ने भी शाह से मुलाकात की है।
हैदराबाद लोस सीट पर ओवैसी को हराने की तैयारी
इधर भाजपा 'मिशन 2019' के तहत तेलंगाना विधानसभा में बहुमत हासिल करने तथा हैदराबाद सीट पर सांसद असदुद्दीन ओवैसी को हराने समेत और सीटें हासिल करने की योजना पर काम कर रही है। तेलंगाना भाजपा के प्रवक्ता कृष्ण सागर राव ने कहा कि पार्टी राज्य विधानसभा की कुल 119 सीटों में से 80 सीटें तथा लोकसभा की 17 सीटों में से 15 सीटें जीतने के लक्ष्य पर काम कर रही है। उन्होंने बताया कि भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व आंतरिक तौर पर हैदराबाद से तीन बार सांसद चुने जा चुके एआईएमआईएम के अध्यक्ष ओवैसी को हराने की योजना बना रही है। इसके लिए ओवैसी विरोधी लहर पर काम किया जा रहा है, क्योंकि भाजपा मानती है कि पुराना शहर एआईएमआईएम का बंधक बना हुआ है। यदि मतदाताओं को कोई च्वॉइस मिले, तो क्षेत्र की सातों विधानसभा सीटों पर लोग विकल्प को वोट करेंगे।
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