जानिए, केजरीवाल को अमेरिका से मिलने वाले फंड पर किसने लगाया ग्रहण
आम आदमी पार्टी के लिए यह खबर बेचैन करने वाली हो सकती है। विदेशों से आ रहा फंड अगर रुक गया तो इसका सीधा असर आप के सियासत और उसके विस्तार पर होगा।
नई दिल्ली [ जेएनएन ] । आम आदमी पार्टी (आप) के एनआरआइ (अप्रवासी भारतीय) सह संयोजक पद से निलंबित तथा विदेश से चंदा भेजने वाले अमेरिकी डॉक्टर मुनीश रायजादा ने अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर अपने पूरे पैसे लौटाने तथा पार्टी को मिले चंदे का ब्यौरा सार्वजनिक करने को कहा है।
उन्होंने यह भी कहा है कि वह चार दिसंबर से चंदा बंद सत्याग्रह (नो लिस्ट, नो डोनेशन) शुरू करने जा रहे हैं। सत्याग्रह तब तक चलेगा जब तक आप को मिले चंदे का पूरा हिसाब-किताब सार्वजनिक नहीं हो जाता। उनके इस अभियान को अमेरिका में रह रहे भारतीयों का भरपूर समर्थन है।
सिद्ध हुआ फर्जीवाड़ा, पूर्व कानून मंत्री तोमर की डिग्री होगी रद
मुनीश ने केजरीवाल को लिखे पत्र में कहा, 'मैं और मेरे जैसे कई समर्थक पार्टी को चंदा भेजते रहे, इस साल जून से पार्टी ने चंदे की ऑनलाइन लिस्ट वेबसाइट से हटा ली है।
क्या यह इत्तेफाक था कि इनकम टैक्स विभाग की पूछताछ के बाद ही ऐसा किया गया क्योंकि वेबसाइट पर डाली गई डोनेशन की जानकारी चुनाव आयोग के रिकॉर्ड से मैच नहीं करती।
इस बारे में पार्टी को अब तक तीन नोटिस आ चुके हैं। पार्टी बनाते वक्त कहा गया था कि हम ईमानदारी के लिए राजनीति में उतर रहे हैं। फंडिंग में पारदर्शिता हमारे लिए बुनियादी चीज थी। मेरे जैसे तमाम लोगों ने अपना करियर और कामधंधा छोड़कर पार्टी को अपना कीमती वक्त दिया, लेकिन इन सभी के साथ धोखा हुआ।
एनआरआइ समुदाय से चंदा दिलाते थे मुनीश
मुनीश का कहना है कि पार्टी में रहने के दौरान उन्होंने अपने प्रभाव का इस्तेमाल आप को विदेश से चंदा दिलाने के लिए किया। उनके कहने पर सैकड़ों लोगों ने अपनी कमाई का बड़ा हिस्सा पार्टी को डोनेट किया ताकि देश में एक कथित ईमानदार पार्टी अपने पैरों पर खड़ी हो सके।
AAP का मोदी पर हमला, CBI का हो सकता है सियासी दुरुपयोग
इस वजह से किए गए थे निलंबित
मुनीश शिकागो में रहते हैं और अमेरिका में नवजात बच्चों के मशहूर डॉक्टर हैं। जब आप का गठन हुआ था तब मुनीश ने अमेरिका में एनआरआइ विंग की स्थापना की थी। पिछले साल नवंबर में उन्होंने अपनी वेबसाइट पर लालू यादव के खिलाफ एक लेख लिखा था, जिसके बाद अरविंद केजरीवाल ने उन्हें अनुशासनहीनता के आरोप में पार्टी से निलंबित कर दिया था