उत्तराखंड विधानसभा चुनाव से जुड़े ये आंकड़े क्या जानते हैं आप?
उत्तराखंड में 69 सीटों के लिए 628 प्रत्याशी मैदान मे हैं, जिनमें से 56 यानि करीब 9 फीसद महिला उम्मीदवार हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन। उत्तराखंड विधानसभा की 70 में से 69 सीटों के लिए बुधवार 15 फरवरी को मतदान होगा। कर्णप्रयाग विधानसभा सीट से बसपा उम्मीदवार कुलदीप सिंह कनवासी की एक हादसे में मौत के बाद यहां चुनाव टाल दिया गया था और अब इस सीट पर 9 मार्च को चुनाव होगा।
राज्य 69 सीटों के लिए 628 प्रत्याशी मैदान मे हैं, जिनमें से 56 यानि करीब 9 फीसद महिला उम्मीदवार हैं। राज्य की 7518277 लोगों को मताधिकार प्राप्त हैं, जिनमें से 3954483 पुरुष और 3563609 महिलाएं हैं। इसके अलावा 185 थर्ड जेंडर मतदाता भी उत्तराखंड मे हैं।
पिछले विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ कांग्रेस को 32 सीटें मिली थीं, जबकि मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा को 31 सीटों से ही संतोष करना पड़ा था। बाकी की सात सीटें अन्य की झोली में गई थीं और उन्हीं के हाथ में सत्ता की चाभी थी। बाद में कांग्रेस ने अन्य विधायकों के गुट पीडीएफ के साथ मिलकर सरकार बनाई।
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मुख्यमंत्री हरीश रावत ने इस बार किसी भी पहाड़ी सीट से चुनाव लड़ने की बजाय उधमसिंह नगर जिले की किच्छा और हरिद्वार जिले की हरिद्वार (ग्रामीण) से पर्चा भरा है। इस बार का चुनाव इसलिए भी खास है क्योंकि कांग्रेस से भाजपा में आने वाले एक दर्जन से ज्यादा नेताओं को भाजपा ने टिकट दिया है।
बता दें कि उत्तराखंड के इतिहास में अब तक जनता ने भाजपा और कांग्रेस को बारी-बारी से समर्थन दिया है और दोनों पार्टियां शासन करती रही हैं। लेकिन पिछली बार दोनों पार्टियों में सिर्फ एक सीट का अंतर था, इसलिए इस बार देखना होगा कि उत्तराखंड की जनता क्या फैसला करती है।
बुधवार को कर्णप्रयाग के कुल 91,849 मतदाताओं को मताधिकार का इस्तेमाल करने का मौका नहीं मिलेगा। कर्णप्रयाग के 46,268 पुरुष और 45,581 महिला मतदाता अब 9 मार्च को अपना विधायक चुनेंगे। यहां 9 प्रत्याशी मैदान में थे, लेकिन बसपा उम्मीदवार कुलदीप सिंह कनवासी की मौत के बाद चुनाव टाल दिया गया है।
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